इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर में महिलाओं ने मांगी पतियों की दीर्घायु
झुंझुनूं।वार्ड नंबर 54 स्थित सेठ मोतीलाल कॉलेज स्टेडियम के पास इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर में वट सावित्री व्रत के अवसर पर महिलाओं ने पारंपरिक पूजा अर्चना की।
पुजारी चंद्र प्रकाश शुक्ला ने बताया कि इस व्रत में सत्यवान-सावित्री की कथा सुनने और सुनाने की परंपरा है। मान्यता है कि सावित्री ने वटवृक्ष और पीपल देवता की पूजा कर तपोबल से अपने पति को यमराज से भी छुड़ा लिया था।
उन्होंने कहा, “यह पर्व नारी शक्ति और समर्पण का प्रतीक है। महिलाएं इस दिन अपने पति के दीर्घायु और मंगलमय जीवन की प्रार्थना करती हैं।“
इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में उपस्थित रही। उन्होंने पीपल के वृक्ष की पूजा कर धागा बांधा और व्रत कथा सुनी।
स्थानीय महिला ने बताया, “हर साल हम यह व्रत श्रद्धा से करते हैं। यह हमारी आस्था और पति के प्रति समर्पण का पर्व है।“
धार्मिक उत्साह और श्रद्धा का माहौल पूरे मंदिर परिसर में देखने को मिला।