गुड़ा में विश्व आदिवासी दिवस पर खांगा मीणा की वीरगाथा गूंजी
झुंझुनूं जिले के गुड़ा गांव में बुधवार को विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम का आयोजन शहीद खांगा मीणा स्मारक पर किया गया, जहां ग्रामीण और समाजसेवी एकत्रित हुए।
भगवान बिरसा मुंडा व खांगा मीणा को श्रद्धांजलि
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान बिरसा मुंडा और शहीद क्रांतिकारी खांगा मीणा के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करके हुआ।
मुख्य अतिथि आदिवासी श्री मीन सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश मीणा किशोरपुरा ने बताया कि राजस्थान के बड़े हिस्से पर मीणा राजाओं का वर्षों तक शासन रहा है।
खांगा मीणा की बलिदान गाथा
सुरेश मीणा ने कहा कि अंग्रेजों ने राजा दूल्हे सिंह का सिर काटकर छावनी में टांग दिया था।
ऐसे कठिन समय में, गुड़ा के वीर खांगा मीणा ने भरी सभा में सौगंध खाई और अंग्रेजी पहरे के बीच राजा का सिर लेकर लौटे।
लहूलुहान अवस्था में उन्होंने यह सिर जाजम पर सौंपकर अद्वितीय साहस का परिचय दिया।
स्मारक के कायाकल्प की मांग
उदयपुरवाटी उपप्रधान प्रतिनिधि जितेन्द्र सिंह और रुड सिंह शेखावत ने खांगा मीणा के साहस की चर्चा करते हुए भैरूजी स्टैंड का नाम उनके नाम पर रखने और स्मारक के विकास की मांग रखी।
समाज में एकता और गौरव का संदेश
आयोजक ब्रह्मदत्त मीणा ने रक्षाबंधन और आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दीं।
गांव के वयोवृद्ध रामचंद्र मीणा और कई गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।