किशनगढ़ और आसपास के इलाकों में 10 से ज्यादा फैक्ट्रियों पर छापे, 2798.04 मीट्रिक टन अमानक खाद जब्त
जयपुर। राज्य के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने नकली खाद बनाने वाले माफियाओं के खिलाफ अपनी सख्त कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रखी। अजमेर जिले के किशनगढ़ क्षेत्र में डिंडवाड़ा, उदयपुरकला, तिलोनियां, नालू और बांदरसिदरी गांवों में संचालित अवैध फैक्ट्रियों पर छापे मारे गए। इन फैक्ट्रियों में मार्बल का चूना और मिट्टी मिलाकर नकली डीएपी, एसएसपी और पोटाश तैयार किया जा रहा था।
छापों में हज़ारों की संख्या में ब्रांडेड खाद के खाली कट्टे और लेबल जब्त हुए, जिनसे किसानों को ठगने की तैयारी चल रही थी। मंत्री मीणा ने बताया कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद उपलब्ध कराने के लिए सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है। उर्वरक नियंत्रण अभियान के तहत किशनगढ़ क्षेत्र में गुरुवार और शुक्रवार को कुल 10 फैक्ट्रियों को सीज किया गया। इनमें से कुछ के पास लाइसेंस तो थे, परंतु वे घटिया गुणवत्ता के खाद तैयार कर रहे थे। मौके से 2798.04 मीट्रिक टन से ज्यादा खाद और कच्चा माल सीज किया गया है।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऐसी 277 इकाइयों की जांच के लिए निर्देश दिए गए हैं। 1 अप्रैल 2025 से अब तक 1464 खाद के नमूने लिये जा चुके हैं, जिनमें 136 अमानक पाए गए हैं। इनके खिलाफ खाद नियंत्रण आदेश 1985 के तहत कार्यवाही जारी है। खरीफ फसल से पहले चलाए जा रहे विशेष अभियान में निरीक्षकों द्वारा विक्रेताओं और विनिर्माताओं के परिसरों पर सघन जांच हो रही है।
कृषि मंत्री ने चेतावनी दी
कृषि मंत्री मीणा ने साफ कहा कि किसान हितों के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। खाद के नाम पर मिलावट और ठगी की किसी भी गतिविधि पर सरकार की कड़ी नजर रहेगी।