Rajasthan Farmer Protest: राजस्थान से इस वक्त कि बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दे कि फसलों का का मुवावजा ना मिलने के कारण 74 गाँव के किसान मैदान में सरकार के खिलाफ उतर गए है। एक बार फिर किसानों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. बता दे कि उनकी मांग है कि उन्हें खराब फसलों का मुआवजा नहीं मिला है।
उपखंड कार्यालय में तालाबंदी और धरना प्रदर्शन शुरू
अधिक जानकारी के लिए बता दे कि नागौर मेड़ता उपखंड कार्यालय में किसानों का द्वारा उपखंड कार्यालय में तालाबंदी और धरना प्रदर्शन शुरू किया गया किसानों द्वारा मेड़ता उपखंड के 74 गांवों को आपदाग्रस्त न घोषित करने के विरोध में आंदोलन किया जा रहा है . किसान नेताओं का कहना है कि फसल बीमा बकाया, रेलवे अधिग्रहण भूमि मुआवजा, निजी बिजली खंभों के पर्याप्त मुआवजे की मांग को लेकर यह आंदोलन किया जा रहा है. किसान नेता प्रशासन पर हठधर्मिता का आरोप लगा रहे है .Farmer Protest
लंबा चलेगा अंदोलन
जानकारी के लिए बता दे कि किसानों ने उपखंड कार्यालय पर तालाबंदी और धरना प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया है . उनका कहना है कि जब तक हमारी मांगे प्रशासन द्वारा नहीं मानी जाती है तब तक ताला बंदी और धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. वहीं प्रशासन द्वारा लगातार समझाइश का प्रयास किया जा रहा है.Farmer Protest
तहसीलदार और जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया
जानकारी के लिए बता दे कि इस दौरान तहसीलदार रामसिंह गुर्जर को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया गया है. जिसके बाद किसानों ने मांगे नहीं मानने तक तालाबंदी और धरना के जारी रखने की चेतावनी दी है. धरने के दौरान किसान नेता सुशील रियाड़, मनीष मिर्धा पूर्व विधायक रामचंद्र जारोड़ा, चिमन वाल्मीकी, सुखाराम ढाका, गोविंद सिरोही दत्तानी सहित किसान आदि एसडीम कार्यालय में मौजूद रहे हैं