महिला सहित तीनों आरोपी 12 घंटे में गिरफ्तार, अश्लील वीडियो से ब्लैकमेलिंग
अलवर, राजस्थान के अलवर जिले में हनी ट्रैप और ब्लैकमेलिंग गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है।
शिवाजी पार्क थाना पुलिस ने एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने झूठे बलात्कार केस की धमकी देकर ₹30 लाख की वसूली की थी।
इलाज के बहाने बुलाया और फंसा लिया जाल में
एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि 22 अक्टूबर को आरोपी महिला शहरुना ने एक युवक को इलाज के बहाने अपने घर बुलाया।
जैसे ही युवक आरटीओ ऑफिस के पास पहुंचा, वहां वसीम खान उर्फ मूसा और प्रियांशु चौधरी उर्फ गोधू ने उसे बंधक बना लिया।
कमरे में घुसते ही आरोपियों ने युवक से मारपीट की और उसके कपड़े फाड़कर आपत्तिजनक फोटो और वीडियो बना लिए।
इसके बाद गिरोह ने धमकी दी कि यदि ₹30 लाख नहीं दिए, तो बलात्कार का झूठा केस दर्ज कराकर उसे बर्बाद कर देंगे।
12 घंटे में गिरफ्त में आए शातिर आरोपी
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने थानाधिकारी विनोद सामरिया और भरतलाल के नेतृत्व में विशेष टीमें गठित कीं।
पुलिस ने तकनीकी और खुफिया जानकारी के आधार पर मात्र 12 घंटे में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
जब पुलिस आरोपी प्रियांशु चौधरी उर्फ गोधू को पकड़ने पहुंची, तो वह पहचान छिपाने के लिए सिर मुंडवाकर बैठा था।
महिला आरोपी के दो विवाह, गिरोह पहले भी सक्रिय
पुलिस ने बताया कि आरोपी शहरुना (33) पहले से दो शादियां कर चुकी है और यह गिरोह पहले भी कई वारदातें कर चुका है।
गिरफ्तार अन्य आरोपी वसीम खान उर्फ मूसा (18) निवासी विजय मंदिर और प्रियांशु चौधरी उर्फ गोधू (21) निवासी एनईबी हैं।
मुख्य आरोपी प्रियांशु का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है — उसके खिलाफ पहले से कई थानों में मारपीट, धमकी और एससी/एसटी एक्ट के केस दर्ज हैं।
पुलिस ने बरामद किए सबूत
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त मोबाइल फोन और परिवादी का सोने का लॉकेट बरामद किया है।
अलवर एसपी ने कहा कि ऐसे अपराधों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और पीड़ितों से ब्लैकमेलिंग से न डरने की अपील की है।