भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस: दोषी कितना भी प्रभावशाली हो, बख्शा नहीं जाएगा
जयपुर, राजस्थान में विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास निधि (MLA-LAD) से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामलों पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सख्त रुख अपनाया है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि किसी भी लोकसेवक द्वारा भ्रष्टाचार किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
“दोषी चाहे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा,” — मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
जीरो टॉलरेंस नीति पर सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के प्रति पूर्णतः जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है।
जनधन के दुरुपयोग को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
4 सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच समिति गठित
मुख्यमंत्री के निर्देश पर विधायक निधि प्रकरण की निष्पक्ष और गहन जांच के लिए 4 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है—
- अध्यक्ष: भास्कर सावंत (अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह / मुख्य सतर्कता आयुक्त)
- सदस्य:
- जोगाराम, शासन सचिव पंचायती राज
- राजन विशाल, शासन सचिव वित्त (बजट)
- सदस्य सचिव: मनीष गोयल, विशिष्ट शासन सचिव गृह
यह समिति 15 दिन के भीतर जांच पूरी कर रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंपेगी।
इन विधानसभा क्षेत्रों के विधायक निधि खाते फ्रीज
जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर—
- खींवसर
- हिण्डौन
- बयाना
इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों के MLA-LAD खाते फ्रीज कर दिए गए हैं।
अब तक अनुशंसित और स्वीकृत सभी कार्यों का क्रियान्वयन व भुगतान अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
विधानसभा की सदाचार समिति तक मामला
मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरकारी मुख्य सचेतक द्वारा यह पूरा प्रकरण—
संबंधित विधायकों के विरुद्ध जांच के लिए
विधानसभा अध्यक्ष को प्रेषित किया गया है,
ताकि इसे विधानसभा की सदाचार समिति के समक्ष रखा जा सके।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी इस प्रकरण पर संज्ञान लिया है।
राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल
विधायक निधि से जुड़े इस मामले में सरकार की त्वरित और सख्त कार्रवाई के बाद
राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर हलचल तेज हो गई है।
अब सभी की नजरें 15 दिन में आने वाली जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं।