इण्डियन पब्लिक हैल्थ स्टैंडर्ड पूरे न करने वाले संस्थानों पर सख्त कार्रवाई होगी
जयपुर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए 5 से 7 नवम्बर तक सभी चिकित्सा संस्थानों का सघन निरीक्षण किया जाएगा।
यह अभियान चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देश पर चलाया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर संस्थान में इण्डियन पब्लिक हैल्थ स्टैंडर्ड (IPHS) पूरे हों।
स्वास्थ्य संस्थानों में मानकों की जांच
प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने स्वास्थ्य भवन, जयपुर में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी संयुक्त निदेशक, सीएमएचओ और बीसीएमओ अपने क्षेत्र के अस्पतालों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
जहां मानक पूरे नहीं होंगे, वहां मिशन मोड में सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
टीकाकरण में लापरवाही पर नोटिस
गायत्री राठौड़ ने बताया कि टीकाकरण में लक्ष्य से पिछड़ने वाले सभी आरसीएचओ को 17 CCA के नोटिस जारी किए जाएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि स्वास्थ्य सेवाओं में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
एम्बुलेंस सेवाओं की सघन जांच, ₹2 करोड़ की पैनल्टी
उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में एम्बुलेंस सेवाओं का भी नियमित निरीक्षण किया जाएगा। जहां संचालन में कमी पाई गई, वहां 2 करोड़ रुपये से अधिक की पैनल्टी पहले ही लगाई जा चुकी है।
राठौड़ ने निर्देश दिए कि एम्बुलेंस में सभी जीवन रक्षक उपकरण सक्रिय और उपलब्ध होने चाहिए।
बैठक में उठे ये प्रमुख मुद्दे
बैठक में यह भी चर्चा की गई कि —
- राज हेल्थ पोर्टल पर डेटा नियमित अपडेट हो।
- एनसीडी स्क्रीनिंग का दायरा बढ़ाया जाए।
- यूडीआईडी लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण हो।
बैठक में डॉ. अमित यादव (मिशन निदेशक, एनएचएम), डॉ. शुभमंगला, डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, डॉ. राकेश शर्मा, और डॉ. मधु रतेश्वर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।