जयपुर, राजस्थान में भवन और सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर ‘सघन निरीक्षण अभियान’ शनिवार से शुरू होगा। यह अभियान 1 से 30 नवंबर तक पूरे प्रदेश में चलेगा।
मुख्य सचिव ने दिए सख्त निर्देश
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने गुरुवार को सभी जिला कलेक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर अभियान की मॉनिटरिंग के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक निर्माण, नगरीय विकास, आवासन, स्वायत्त शासन और समग्र शिक्षा अभियान से जुड़े कार्यों की गुणवत्ता की विशेष जांच की जाएगी।
तीन समितियां करेंगी गहन निरीक्षण
प्रत्येक जिले में तीन अलग-अलग निरीक्षण समितियां गठित की जाएंगी —
- सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के कार्यों के लिए अधीक्षण अभियंता और अधिशाषी अभियंता शामिल होंगे।
- नगरीय विकास व आवासन विभाग के लिए PWD और स्वायत्त शासन विभाग के अभियंता समिति में रहेंगे।
- समग्र शिक्षा अभियान (SSA) के भवन कार्यों की जांच के लिए संबंधित विभागों के अभियंताओं को जोड़ा जाएगा।
रिपोर्ट सीधे कलेक्टर को सौंपी जाएगी
समितियां अपनी निरीक्षण रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपेंगी, जिसके बाद अनुशंसा के साथ यह रिपोर्ट संबंधित विभाग के प्रभारी सचिव को भेजी जाएगी।
गुणवत्ता और पारदर्शिता पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण और मरम्मत कार्यों में पारदर्शिता व उच्च गुणवत्ता सरकार की प्राथमिकता है।
सरकार को समय-समय पर गुणवत्ता से संबंधित शिकायतें मिलती रही हैं, जिनकी रोकथाम के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।