Posted inRajasthan News (राजस्थान समाचार)

यह लोग नहीं सुधरेंगे! सेवा शिविर में ले रहा था बाबू घूंस, ACBने दबोचा

ACB traps Rajgarh municipal clerk taking Rs 12000 bribe in camp

“पूर्णिमा के चाँद की चांदनी” से नहीं भरता पेट, चाहिए ऊपर की कमाई की बरकत

अलवर, राजस्थान के राजगढ़ नगर पालिका में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए
राजस्व एवं भूमि शाखा प्रभारी बाबू रामहेत बैरवा को ₹12,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

यह कार्रवाई एसीबी चौकी अलवर प्रथम की टीम ने राजगढ़ के शहरी सेवा शिविर के दौरान की।
आरोपी बाबू को वहीं पर ट्रैप टीम ने मौके से दबोच लिया।


फाइल अटकी थी पट्टा जारी कराने में

एसीबी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने बताया कि
उसकी पत्नी के नाम पर रेबारपुरा मोहल्ला, धोला खोजा की कोठी, राजगढ़ में
वर्ष 2020 में खरीदे गए 242 वर्गगज के प्लॉट का पट्टा जारी कराने के लिए ₹75,978 जमा करवाए थे।

इसके बावजूद नगर पालिका द्वारा पट्टा जारी नहीं किया गया।
जब शिकायतकर्ता ने नगर पालिका के बाबू रामहेत बैरवा से संपर्क किया,
तो उसने पट्टा जारी करने के लिए ₹10,000 और कनवर्जन आदेश के लिए ₹5,000 की रिश्वत मांगी।


पहले ही ले चुका था ₹3,000 अग्रिम

शिकायत के बाद 10 अक्टूबर को आरोपी ने ₹3,000 अग्रिम रूप में ले लिए थे।
सत्यापन के बाद यह पुष्टि हुई कि शेष ₹12,000 की मांग आरोपी ने दोबारा की है।
इस पर एसीबी ने योजनाबद्ध तरीके से ट्रैप कार्रवाई की और
13 अक्टूबर को आरोपी को रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।


एसीबी की कार्रवाई के बाद हड़कंप

एसीबी की इस कार्रवाई से राजगढ़ नगर पालिका और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
शहरी सेवा शिविरों में चल रही ऐसी गतिविधियों पर अब निगरानी और सख्त हो सकती है।

एसीबी अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की पूछताछ शुरू की जा रही है।


जनता में गुस्सा, कहा — सेवा शिविर नहीं ‘रिश्वत शिविर’

स्थानीय नागरिकों ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जताई।
लोगों का कहना है कि जनसेवा के नाम पर चल रहे शिविरों में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
एक नागरिक ने कहा — “यह लोग नहीं सुधरेंगे, अब एसीबी को हर शिविर की निगरानी करनी चाहिए।”