Posted inSikar News (सीकर समाचार)

तुमने किसी के साथ अच्छा किया तो तुम्हारा भी अच्छा होगा – आर्यिका सरस्वती मति

आर्यिका ने सीकर के जैन मंदिरों के दर्शन किए

सीकर, आचार्य देशभूषण महाराज की सुशिष्या एवं बाल ब्रह्मचारी मुनि महिमा सागर महाराज की संघस्था गणिनी आर्यिका 105 सरस्वती मति माताजी का ससंघ सीकर में बजाज रोड स्थित जैन भवन में विराजमान है।ससंघ में आर्यिका अनन्तमती माताजी , महोत्सवमती आर्यिका भी है किशोर संगही ने बताया कि रविवार को समाज के सभी धर्म प्रेमी बंधुओ के साथ आर्यिका संघ प्रातः कालीन पदमप्रभु दिगंबर जैन संगही मंदिर,आदिनाथ दिगंबर मोदी जी का चैत्यालय , पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर दीवान जी की नशिया,शांतिनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर,शांतिनाथ दिगंबर जैन नया मंदिर के दर्शन किए। इस दौरान माताजी के मुखारविंद से जैन मंदिरों में शांति धारा की गई। आर्यिका सरस्वती मति माताजी ने कहा जो आया है सो जाएगा, उसका वियोग होने पर दु:खी मत होना। शरीर, धन, घर, स्त्री, पुत्र,मित्र, शत्रु…ये सब हमारे से सर्वथा भिन्न हैं। फिर भी ये अमूढ़ आत्मा है, इन सबको अपना मानता हैं। ये मेरा घर है, ये मेरा धन है, ये मेरी स्त्री है, लेकिन वियोग होने पर होने पर दु:खी होता है। जैसा तुमने किसी के साथ किया है, वैसा तुम्हारे साथ भी होगा। अच्छा किया तो अच्छा होगा और बुरा किया तो बुरा होगा। आज भले ही आपने आम का पेड़ (पुण्य) लगाया लेकिन अगर आपके आंगन में कांटे (दुःख) हैं तो वह इस बात का प्रमाण है कि आपने निश्चित ही पूर्व में बबूल का बीज (पाप) बोया होगा।प्रियंक गंगवाल ने बताया कि शांति धारा अभिषेक समाज के कल्याण के लिए किया जाता है। अभिषेक के दौरान विशेष मंत्र बोले जाते हैं, जिसमें बीमार चल रहे लोगों के स्वस्थ्य होने के लिए प्रभु से कामना की जाती है। इससे प्रसन्न होकर प्रभु बीमार लोगों को स्वस्थ्य कर देते हैं।आर्यिका संघ के दैनिक कार्यक्रम में आहारचर्या प्रातःकालीन और व्यावर्ती साय:कालीन जैन भवन में हुई।