सीकर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे गिवअप अभियान में सीकर जिले के 52985 व्यक्तियों ने स्वेच्छा से खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ छोड़ दिया है। इस अभियान का उद्देश्य जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ पहुँचाना है, जिससे समाज के वंचित वर्ग मुख्यधारा में आ सकें।
240 अपात्रों को नोटिस, होगी वसूली
जिला रसद अधिकारी विजेंद्र पाल ने जानकारी दी कि सीकर जिले में 240 अपात्र लाभार्थियों को चिन्हित कर नोटिस जारी किए गए हैं, जिनसे योजना के तहत मिली सामग्री की वसूली की जाएगी।
किन्हें अपात्र माना गया है?
राजस्थान खाद्य सुरक्षा नियम 2023 के तहत निम्नलिखित व्यक्ति अपात्र माने गए हैं:
- आयकरदाता परिवार
- सरकारी/अर्धसरकारी/स्वायत्तशासी संस्थाओं में कार्यरत
- वार्षिक पारिवारिक आय ₹1 लाख से अधिक
- चार पहिया वाहन स्वामी (ट्रैक्टर को छोड़कर)
राज्य स्तरीय आंकड़े
- 17.63 लाख व्यक्तियों ने खाद्य सुरक्षा योजना छोड़ी
- 20.80 लाख नए लाभार्थी योजना से जुड़े
- सीकर जिले में 1,61,111 नए लाभार्थी जोड़े गए
प्रवर्तन कार्रवाई और निरीक्षण
अब प्रत्येक उचित मूल्य दुकान पर खाद्य विभाग के प्रवर्तन अधिकारी और निरीक्षक औचक निरीक्षण करेंगे:
- रोज़ाना 5 दुकानों का निरीक्षण
- अपात्र व्यक्तियों की पहचान
- वसूली व नोटिस की कार्यवाही
- उचित मूल्य दुकानदारों की मदद से सूची तैयार
वाहन स्वामियों की जांच भी शुरू
खाद्य विभाग शीघ्र ही परिवहन विभाग से चार पहिया वाहन स्वामियों का डाटा लेकर खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल अपात्र लोगों को नोटिस जारी करेगा और उनसे वसूली की जाएगी।
जिला रसद अधिकारी का संदेश
“गिवअप अभियान की सफलता इस बात का प्रमाण है कि अब जागरूक लोग स्वेच्छा से सरकारी योजनाएं छोड़कर जरूरतमंदों के लिए रास्ता बना रहे हैं।”