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Video News: झुंझुनूं: 8 वी फ़ैल आरोपी के झांसे का जाल,कैद-टारगेट,अमेरिकियों से ठगी

80 हजार वेतन का झांसा, बैंकॉक से म्यांमार तक पहुंचा दिया युवक

झुंझुनूं में बैंकॉक नौकरी का झांसा देकर म्यांमार भेजने वाला आरोपी गिरफ्तार

झुंझुनूं। पुलिस थाना कोतवाली ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय नौकरी ठगी और मानव तस्करी प्रकरण का खुलासा करते हुए आरोपी महेश कुमार को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने एक युवक को बैंकॉक में 80 हजार रुपये वेतन वाली नौकरी दिलाने का झांसा देकर उसे म्यांमार पहुंचा दिया, जहां उससे साइबर ठगी करवाई गई।

जिला पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय (IPS) के निर्देशन में, एएसपी देवेन्द्र सिंह राजावत (RPS) और वृताधिकारी गोपाल सिंह ढाका (RPS) के सुपरविजन में यह कार्रवाई की गई।
थानाधिकारी इंस्पेक्टर श्रवण कुमार नील के नेतृत्व में टीम गठित की गई।


पीड़ित की शिकायत में चौंकाने वाला खुलासा

पीड़ित युवक ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि करीब तीन माह पहले उसका संपर्क महेश कुमार से हुआ था।
महेश ने कहा कि वह उसे थाईलैंड में बेहतर नौकरी दिला देगा। इस पर युवक ने:

  • 30,000 रुपये गूगल-पे से
  • और 1,70,000 रुपये नकद
    दे दिए।

इसके बाद महेश ने उसे थाईलैंड भेज दिया, जहां महेश का एजेंट मिला और युवक को जंगलों के रास्ते म्यांमार ले जाया गया।


म्यांमार में बंधक बनाकर साइबर ठगी करवाते थे

पीड़ित ने बताया:

  • उसे म्यांमार के पहाड़ी क्षेत्रों में बंधक बनाकर रखा गया।
  • वहां कई देशों के अन्य युवक भी कैद थे।
  • उनसे अमेरिका के लोगों से ऑनलाइन ठगी करवायी जाती थी।
  • हर व्यक्ति को प्रतिदिन तीन लोगों को ठगने का टारगेट दिया जाता था।
  • टारगेट पूरा न होने पर एजेंटों द्वारा मारपीट और प्रताड़ना दी जाती थी।

पीड़ित ने बताया कि एक दिन बंधक बनाने वाले भाग गए, तब वह भागकर थाईलैंड आर्मी के पास पहुंचा, जहाँ से उसे वापस भारत भेजा गया।


आरोपी आठवीं पास, टैम्पो चलाकर करता था ठगी का नेटवर्क

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी महेश कुमार (40 वर्ष), निवासी वार्ड 54, मंड्रेला रोड, झुंझुनूं, केवल आठवीं पास है और टैम्पो चलाता है।
इसके बावजूद वह विदेशी नौकरी के नाम पर युवकों को जाल में फँसाकर विदेश भेजकर मानव तस्करी और साइबर अपराध में धकेल रहा था।


कार्रवाई: आरोपी गिरफ्तार, पूछताछ जारी

कोतवाली पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर:

  • आरोपी को दस्तयाब किया,
  • पूछताछ की,
  • जुर्म प्रमाणित मिलने पर गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी से यह भी पता लगाया जा रहा है कि उसके संपर्क में कौन-कौन एजेंट हैं और कितने युवकों को विदेश भेजा गया है।