प्रसव आंकड़ा पांच सौ पार, एक महीने में रिकॉर्ड 192 सिजेरियन प्रसव भी शामिल
बीडीके अस्पताल की बड़ी पहल
झुंझुनू, झुंझुनू जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल बीडीके से बड़ी और राहत देने वाली खबर निकलकर सामने आ रही है। महिला प्रसव से जुड़ी चिकित्सा सुविधाओं में रिकॉर्ड रूप से गुणात्मक सुधार हुआ है। बीडीके अस्पताल में अब 24 घंटे सिजेरियन प्रसव की सुविधा उपलब्ध रहेगी। ओ टी में नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर हर समय मौजूद रहेंगे जिसके चलते गर्भवती महिलाओं को अब रेफर नहीं करना पड़ेगा। सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा हर समय उपलब्ध रहेगी और आवश्यकता होने पर तुरंत सिजेरियन ऑपरेशन किया जा सकेगा। इसके लिए नर्सिंग स्टाफ व रेजिडेंट डॉक्टरों की मौजूदगी तो रहेगी ही वही चिकित्सक और एनस्थिसिया को ही ऑन कॉल बुलाना पड़ेगा।
अगस्त में 500 से अधिक प्रसव
बीडीके अस्पताल ने पिछले अगस्त के महीने में 192 सिजेरियन प्रसव करवाए हैं और 303 सामान्य प्रसव करवाए गए हैं जो अपने आप में एक बहुत बड़ा आंकड़ा है।
ग्रामीण क्षेत्रों को लाभ
वही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को संस्थागत प्रसव संख्या बढ़ाने के लिए बार-बार निर्देशित किया जाता है। वही झुंझुनू के बीडीके अस्पताल ने अपनी चिकित्सा सुविधाओं में सुधार करते हुए एक रिकॉर्ड भी कायम किया है। चिकित्सा क्षेत्र के जानकारों कि माने तो निजी अस्पतालों में जहां सिजेरियन ऑपरेशन के लिए हजारों रुपए खर्च करने होते हैं।
गरीब परिवारों के लिए राहत
वहीं झुंझुनू के बीडीके अस्पताल में यह ऑपरेशन निःशुल्क हो रहे हैं।
अधिकारियों के प्रयास
यह सब संभव हुआ है बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर जितेंद्र भाम्बू के सक्रिय प्रयासों से। भाम्बू ने जानकरी देते हुए बताया कि पूर्व में 1 महीने में जहां 300 के आसपास प्रसव होते थे वहीं अब यह संख्या 1 महीने में बढ़कर 500 से ऊपर से चली गई है जिसमें जटिल सिजेरियन ऑपरेशन भी शामिल हैं। अस्पताल में यह सभी सुविधाएं 24 घंटे निशुल्क उपलब्ध हैं। वहीं सरकार की तरफ से सामान्य व सिजेरियन प्रसव पर ₹1400 और यदि बेटी का जन्म होता है तो लाडो योजना जैसी योजनाओ के अंतर्गत अतिरिक्त राशि भी प्रदान की जाती है। उनका कहना था कि अस्पताल में सिजेरियन प्रसव निशुल्क ही नहीं है बल्कि सरकार द्वारा सहयोग राशि भी प्रदान की जाती है। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू