Posted inVideo Gallery (वीडियो गैलरी)

Video News: झुंझुनू: मारपीट- दबंगई प्रकरण, नए थानेदार रामपाल बने “राम”

35 घंटे बाद भाजपा समर्थक सैनी ने तोड़ा अनशन

थानाधिकारी रामपाल मीणा ने पानी पिलाकर तुड़वाया अनशन

उदयपुरवाटी में 35 घंटे बाद भाजपा नेता धनाराम सैनी ने तोड़ा अनशन

उदयपुरवाटी, कैलाश बबेरवाल। भाजपा नेता धनाराम सैनी ने पुलिस जांच में पक्षपात के आरोपों को लेकर 35 घंटे तक चला अनशन बुधवार को समाप्त कर दिया।
थानाधिकारी रामपाल मीणा ने स्वयं उन्हें पानी पिलाकर अनशन तुड़वाया।


मारपीट के बाद भड़का विवाद

सोमवार को उदयपुरवाटी थाने के बाहर गाड़ी का इंतजार कर रहे भाजपा नेता धनाराम सैनी के साथ कुछ बदमाशों ने मारपीट की थी।
पुलिस ने मामला दर्ज किया, लेकिन जांच अधिकारी की एकतरफा कार्रवाई से असंतुष्ट सैनी ने मंगलवार सुबह 9 बजे थाने के बाहर अनशन शुरू किया।

उन्होंने कहा था —

“जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी और न्याय नहीं मिलेगा, तब तक मैं जल भी ग्रहण नहीं करूंगा।”


अशांति के बीच पुलिस कार्रवाई

अनशन के दौरान पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
बुधवार सुबह स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में सैनी की पत्नी पूजा के साथ मारपीट हुई, जिनके सिर में चोट आई और टांके लगे।
इसके बाद दूसरा पक्ष भी थाने के बाहर धरने पर बैठ गया, लेकिन थानाधिकारी की समझाइश पर वे लौट गए।


सुलह की दिशा में पहल

नए थानाधिकारी रामपाल मीणा ने दोनों पक्षों को बैठाकर सामंजस्य स्थापित करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा —

मेरा उद्देश्य सभी पक्षों के साथ न्याय करना है। प्रशासन लोगों की सेवा के लिए है, न कि पक्षपात के लिए।

इस आश्वासन के बाद भाजपा नेता धनाराम सैनी ने अनशन समाप्त करते हुए कहा —

मुझे थाना अधिकारी पर पूरा भरोसा है। न्याय अवश्य मिलेगा।


कांस्टेबल राजेश सैनी की रही अहम भूमिका

पचलंगी चौकी कांस्टेबल राजेश कुमार सैनी ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता कर 35 घंटे से चल रहे अनशन को समाप्त करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पूर्व मंडल अध्यक्ष गीदाराम सैनी की मौजूदगी में सभी पक्षों ने शांति और समाधान की दिशा में सहमति व्यक्त की।


स्थानीय समाज ने की पहल

स्थानीय समाज के लोगों ने भी दोनों पक्षों को बैठाकर बातचीत से समाधान निकालने की अपील की।
अब उम्मीद है कि इस विवाद का सौहार्दपूर्ण समाधान जल्द ही हो जाएगा।

Shekhawati Live निष्कर्ष:
उदयपुरवाटी का यह मामला स्थानीय पुलिस और समाज की संवेदनशीलता और त्वरित संवाद से सुलझा
जनप्रतिनिधि और पुलिस यदि इसी तरह सामंजस्य से काम करें तो क्षेत्र में कानून व्यवस्था और जनविश्वास दोनों मजबूत होंगे।