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Video News : चिड़ावा में 34 बीघा जमीन पर कब्जे की साजिश का पर्दाफाश

चिड़ावा कस्बे में जमीन कब्जाने के उद्देश्य से की गई संगठित और सुनियोजित हिंसक वारदात का पुलिस ने पर्दाफाश किया। 13-14 दिसंबर की रात करीब दो बजे, जेसीबी, ट्रैक्टर, लोडर और कैंपर गाड़ियों के साथ चार मकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। इस मामले में चिड़ावा पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को भी निरुद्ध किया गया। घटना में प्रयुक्त बिना नंबर का ट्रैक्टर-लोडर जब्त किया गया।

अंधेरे में हथियारों से लैस हमला

मुलचंद माली और उनके परिवार के सदस्य मदरलैंड स्कूल के सामने अपने मकान में सो रहे थे। अचानक जेसीबी और अन्य भारी मशीनरी की आवाज से उनकी नींद खुल गई। मौके पर सैकड़ों लोग जमा हुए, जिनमें कई हथियारों से लैस थे। पिस्टल, देशी कट्टे, कुल्हाड़ी, बरछी और लोहे की रॉड का इस्तेमाल किया गया।

चार मकानों, कमरों और चारदीवारी को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। मकानों में रखा घरेलू सामान तोड़ा गया, साथ ही डेढ़ लाख रुपये नकद और जेवरात भी ले जाए गए

34 बीघा जमीन पर कब्जे की साजिश

पुलिस जांच में सामने आया कि यह वारदात 1999 की लीज वाली 34 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा करने के उद्देश्य से की गई। यह जमीन शनि मंदिर के पुजारी से 99 वर्षों की लीज पर ली गई थी और परिवादी परिवार लंबे समय से यहाँ काबिज था।

जयवीर जाट गैंग का हाथ

थाना सिंघाना का हिस्ट्रीशीटर जयवीर जाट (घरडाना) मुख्य सूत्रधार था। उसके निर्देश पर जेसीबी और अन्य मशीनरी चिड़ावा लाई गई और पूरी योजना को अंजाम दिया गया। पुलिस के अनुसार, जयवीर जाट ने ‘जयवीर गैंग’ नाम से गिरोह बना रखा है।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और 24 घंटे के भीतर मामला दर्ज कर तीन आरोपियों – विजय बंजारा, अजय और पुनाराम – को गिरफ्तार किया। एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया। अन्य फरार आरोपियों – विनोद कुमार कुमावत, मोहनलाल स्वामी, प्यारेलाल जाट, सुनिल और राजकुमार – की तलाश जारी है।

पूरी कार्रवाई चिड़ावा विकास धींधवाल के सुपरविजन में और थाना सीआई के नेतृत्व में की गई। पुलिस ने कानून-व्यवस्था का सख्त संदेश देते हुए संगठित अपराध में सक्रिय गिरोह पर शिकंजा कसा।