फर्जी प्रमाण-पत्र से 8.20 लाख की पेंशन ठगी, बेटा गिरफ्तार
झुंझुनूं (पचेरीकलां), राजस्थान पुलिस के रिटायर्ड कांस्टेबल की मौत के बावजूद बेटे ने फर्जी जीवित प्रमाण-पत्र बनवाकर तीन साल तक पिता की पेंशन गबन की। पुलिस ने 8.20 लाख रुपये की इस धोखाधड़ी के आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।
पिता की मौत छिपाकर करता रहा गबन
हरियाणा के महेंद्रगढ़ ज़िले के कुलताजपुर निवासी भगवान सिंह राजस्थान पुलिस से आरक्षी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनका निधन 24 सितंबर 2021 को हो गया था।
उनके बेटे प्रदीप (उम्र 48) ने पिता की मौत की जानकारी बैंक से छिपाई और फर्जी जीवित प्रमाण-पत्र बनवाकर SBI पचेरीकलां शाखा के जरिए पेंशन प्राप्त करता रहा।
ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
6 फरवरी 2025 को हरियाणा निवासी राहुल ने डाक के माध्यम से पचेरीकलां थाने में शिकायत भेजी। शिकायत में बताया गया कि प्रदीप झूठे दस्तावेजों के जरिए तीन वर्षों से पेंशन उठा रहा है, जबकि उनके पिता की मृत्यु 2021 में ही हो गई थी।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर थानाधिकारी राजपाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। जांच में बैंक और बुहाना ट्रेजरी से रिकॉर्ड जुटाए गए।
कैसे किए गए फर्जी दस्तावेज तैयार
जांच में खुलासा हुआ कि प्रदीप ने अपने मृत पिता के हस्ताक्षर कर तीन फर्जी जीवित प्रमाण-पत्र तैयार किए।
- एक प्रमाण-पत्र में सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल की मिलीभगत की आशंका है।
- दो अन्य दस्तावेजों में फर्जी हस्ताक्षर और मुहर का इस्तेमाल किया गया।
आरोपी ने किया गुनाह कबूल
झुंझुनूं पुलिस की पूछताछ में प्रदीप ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि बैंक या अन्य किसी अधिकारी की इस फर्जीवाड़े में भूमिका तो नहीं थी।