किसानों ने लगाया लाखों के चालान काटने का आरोप
झुंझुनूं, झुंझुनूं जिला कलेक्ट्रेट पर शुक्रवार को किसानों ने वन विभाग की कार्रवाई के खिलाफ धरना और विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने आरोप लगाया कि विभाग द्वारा हरी लकड़ियों के छांगण पर मनमाने चालान काटे जा रहे हैं और लाखों रुपये की वसूली की जा रही है।
किसानों का कहना – यह परंपरागत आजीविका है
किसानों ने बताया कि वे हर साल अपने खेतों में खड़ी खेजड़ी की टहनियां छांगकर बेचते हैं। इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी मिलती है।
उन्होंने कहा कि यह उनकी परंपरागत जीविका से जुड़ा कार्य है, जिसे अपराध नहीं माना जा सकता।
वन विभाग पर वसूली के आरोप
किसानों ने कहा कि विभाग ने कई वाहनों को पकड़कर लाखों रुपये का जुर्माना लगाया है।
उनका कहना है कि जहां बड़े पैमाने पर हरे पेड़ काटे जा रहे हैं, वहां विभाग कार्रवाई नहीं करता, जबकि छोटे किसानों को परेशान किया जा रहा है।
किसान नेताओं के तीखे बयान
किसान नेता नरेंद्र करवाल ने वन विभाग के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
उन्होंने कहा –
“सरकार किसानों की हालत ऐसी बना रही है कि लगता है, अब तो एक किडनी से ही काम चलाना पड़ेगा।”
करवाल ने चेतावनी दी कि अगर किसानों की बात नहीं सुनी गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
किसानों ने अपनी मांगों को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और वन विभाग कार्यालय तक रैली निकाली।
उन्होंने साथ ही मूंगफली की सरकारी खरीद शीघ्र शुरू करने की मांग भी रखी।
राजेश पूनिया ने किया संबोधन
धरने के दौरान राजेश पूनिया सहित कई किसान नेताओं ने किसानों को संबोधित किया और एकजुट होकर लड़ाई जारी रखने का आह्वान किया।