शटडाउन के बावजूद लाइन में करंट, मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश
(झुंझुनूं) उदयपुरवाटी । विद्युत विभाग के एफआरटी कर्मचारी की मौत के बाद क्षेत्र में आक्रोश का माहौल बन गया है। पापड़ा गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने सरपंच राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में नांगल पावर हाउस पहुंचकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
करंट से झुलसे कर्मचारी की जयपुर में मौत
जानकारी के अनुसार, एफआरटी कर्मचारी मनोहर लाल यादव 1 जुलाई को कैरोठ में विद्युत लाइन पर कार्य कर रहा था। परिजनों का आरोप है कि लाइनमैन की गलती से बिना सूचना के लाइन चालू कर दी गई, जिससे मनोहर लाल करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया।
उसे तुरंत स्थानीय अस्पताल लाया गया, जहां से जयपुर रेफर किया गया। 6 दिन तक इलाज के बाद रविवार रात उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद अस्पताल रिपोर्ट पर उठे सवाल
जब परिजन पोस्टमार्टम कराने अस्पताल पहुंचे तो रिपोर्ट में मौत का कारण “घर पर झुलसना” लिखा था। जबकि परिजन दावा कर रहे हैं कि वह लाइन का शटडाउन लेकर विद्युत खंभे पर कार्य कर रहा था।
ग्रामीणों की तीन प्रमुख मांगें
मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने तीन प्रमुख मांगें रखी हैं:
- ₹50,लाख की आर्थिक सहायता
- दोषियों पर कार्रवाई और निलंबन
- परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक मांगों पर लिखित सहमति नहीं मिलेगी, तब तक धरना जारी रहेगा और शव नहीं उठाया जाएगा।
अधिकारी का बयान
सहायक अभियंता मनफूल वर्मा, नांगल पावर हाउस ने बताया,
“घटना की सूचना मिली है। विभाग द्वारा मृतक परिवार को जो भी उचित सहायता होगी, वह दिलवाई जाएगी। जीएसएस पर कार्यरत सभी कर्मचारी हटाए जा चुके हैं।”
सरपंच का बयान
पापड़ा सरपंच राजेंद्र प्रसाद ने कहा:
“हमारी तीन मांगें हैं और जब तक प्रशासन से लिखित सहमति नहीं मिलेगी, धरना नहीं हटेगा। जरूरत पड़ी तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।”