झुंझुनू में राजपूत सहभागी समाज ने किया प्रेस वार्ता को संबोधित
झुंझुनूं, झुंझुनूं जिला मुख्यालय के शार्दुल छात्रावास में राजपूत सहभागी समाज ने प्रेस वार्ता कर झूंझा जाट को लेकर बड़ा बयान दिया।
महावीर शेखावत ने कहा कि
“झूंझा जाट एक काल्पनिक चरित्र है, जिसे बढ़ावा देने वालों की सोच अतिक्रमणवादी है।”
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि
- झूंझा जाट पार्क का आवंटन निरस्त किया जाए।
- मूर्ति को सम्मानपूर्वक हटाया जाए।
- झूंझा जाट से जुड़े सभी पट्टिकाएं व सर्किल के नाम बदल दिए जाएं।
- ऐसे झूठे दावे करने वाली संस्थाओं का पंजीकरण रद्द किया जाए।
झूंझा जाट के दावों को साबित करने पर इनाम
महावीर शेखावत ने बताया कि 19 जुलाई तक झूंझा जाट के दावों को प्रमाणित करने वालों के लिए लाखों रुपए के इनाम घोषित किए गए हैं:
जन्म तारीख प्रमाणित करने पर – ₹51,000
झूंझा जाट का असली नाम साबित करने पर – ₹1 लाख
शासक साबित करने पर – ₹11 लाख
संस्थापक साबित करने पर – ₹21 लाख
20 जुलाई को महासभा का ऐलान
उन्होंने बताया कि 20 जुलाई को शार्दुल छात्रावास में महासभा होगी और फिर कलेक्ट्रेट तक पदयात्रा कर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
प्रशासन को दी चेतावनी
महावीर शेखावत ने कहा कि
“यदि प्रशासन ने झूंझा जाट को हटाने की कार्रवाई नहीं की तो न्यायालय की शरण ली जाएगी।“
सर्व समाज से माफी की मांग
उन्होंने आरोप लगाया कि झूंझा जाट के नाम पर झूठ फैलाकर गौरवमयी इतिहास को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने सर्व समाज से लिखित माफी की भी मांग की।