केहरपुरा गांव में नंदी के साथ कथित क्रूरता पर गरमाया माहौल
झुंझुनू, जिले के केहरपुरा गांव में एक नंदी (बैल) को कथित रूप से बेहोश कर उसके हाथ-पैर बांधकर जोहड़ में फेंकने के मामले ने जिले में उबाल ला दिया है। इस घटना को लेकर गौ रक्षक दल और गांव के ग्रामीण मंगलवार को बड़ी संख्या में झुंझुनू जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, केहरपुरा गांव में चार लोगों द्वारा एक नंदी को बेहोश कर जोहड़ में फेंका जा रहा था। स्थानीय लोगों ने इस घटना की सूचना गौ रक्षक दल को दी। जब गौ रक्षक दल मौके पर पहुंचा, तब तक पुलिस जाब्ता भी मौके पर मौजूद था।
ग्रामीणों का आरोप है कि यह सुनियोजित क्रूरता है और संबंधित आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
आरोपों के खिलाफ खंडन और ज्ञापन
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि अलीपुर गांव के कुछ लोगों द्वारा गौ रक्षक दल पर गलत आरोप लगाए गए हैं, जबकि असली दोषी वे लोग हैं जिन्होंने नंदी के साथ अमानवीय व्यवहार किया। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा और न्यायिक जांच की मांग की।
“हम पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ गौ सेवा है, न कि राजनीति,” — गौ रक्षक दल के सदस्य
प्रशासन से मांगें
- मामले की निष्पक्ष और गहराई से जांच हो
- दोषियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई
- गौ रक्षक दल को बदनाम करने वालों पर भी कार्रवाई