गुढ़ा का बड़ा दावा: जाति के आधार पर नहीं दी नए एसपी को नियुक्ति
झुंझुनूं में नए पुलिस अधीक्षक (एसपी) की नियुक्ति को लेकर सस्पेंस लगातार बना हुआ है। राज्य सरकार ने लोकेश सोनवाल को झुंझुनूं का नया एसपी नियुक्त किया था, लेकिन उन्होंने अब तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया है।
एसपी लोकेश सोनवाल ने क्यों नहीं दी ज्वाइनिंग ?
सूत्रों के अनुसार, सोनवाल ने संकेत दिए थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीकानेर दौरे के बाद वे शनिवार को कार्यभार संभाल सकते हैं। वहीं एक अन्य सूचना में दावा किया गया है कि उन्हें फिलहाल झुंझुनूं में ज्वाइनिंग नहीं देने के निर्देश मिले हैं।
लोकेश सोनवाल का पक्ष
सोनवाल के अनुसार, एसओजी-एटीएस के एडीजी 25 तारीख तक अवकाश पर हैं। उनके लौटने के बाद ही मुझे रिलीव किया जाएगा। उसके बाद ही मैं राज्य सरकार के आदेशानुसार ज्वाइनिंग दूंगा।
गुढ़ा का बड़ा दावा: जाति के आधार पर हटाया गया एसपी ?
बीडीके अस्पताल में चल रहे धरने को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने बयान देते हुए कहा:
“एसपी लगा दिया, पता चला कि शेड्यूल कास्ट का है तो कहा गया कि इसे दूर लगाओ। यह आ गया तो हमारी गुंडागर्दी बंद हो जाएगी। दलितों की थोड़ी बहुत सुनवाई शुरू हो जाएगी, इसलिए रोका गया। यह प्रवृत्ति ठीक नहीं है। इसका इलाज करना होगा।“
गुढ़ा के इस बयान के बाद सियासी हलचल और तेज हो गई है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की नाराज़गी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कई जनप्रतिनिधि चाहते हैं कि झुंझुनूं में डायरेक्ट आईपीएस अधिकारी को एसपी बनाया जाए न कि प्रमोटी को। उनका मानना है कि:
- प्रमोटी अफसरों के कारण जनसुनवाई कमजोर हो रही है
- लंबे समय से कई अधिकारी कांग्रेस सरकार के समय से जमे हुए हैं
- इससे जनता में असंतोष और आक्रोश बढ़ रहा है