ग्राम पंचायत खुड़िया को पंचायत समिति चिड़ावा में यथावत रखने की मांग
चिड़ावा, मनीष शर्मा। झुंझुनूं जिले के ग्राम पंचायत खुड़िया को पंचायत समिति चिड़ावा में यथावत रखने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने खुड़िया बस स्टैंड पर जोरदार प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के लिए जिला मुख्यालय रवाना हुए।
प्रदर्शन में नारेबाजी, नेताओं पर आरोप
प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने भाजपा नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ और पिलानी पंचायत सदस्य प्रतिनिधि नितिराज सिंह के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि खुड़िया को पंचायत समिति पिलानी में मिलाकर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है।
अधिसूचना पर आपत्ति, 2019 का गठन बताया आधार
ग्रामीणों ने भाजपा राजस्थान के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि ग्राम पंचायत खुड़िया का गठन 2019 में हुआ था और 06 अप्रैल 2025 की अधिसूचनाओं के माध्यम से इसे पंचायत समिति चिड़ावा में शामिल किया गया था। निर्धारित समय में कोई आपत्ति नहीं आई, इसके बावजूद 28 दिसंबर 2025 की नई अधिसूचना से खुड़िया को पिलानी में जोड़ दिया गया, जो अनुचित है।
दूरी और सुविधाओं का मुद्दा
ग्रामीणों के अनुसार चिड़ावा मुख्यालय खुड़िया से करीब 10 किमी, जबकि पिलानी लगभग 27 किमी दूर है। पिलानी जाने में समय और खर्च दोनों अधिक लगते हैं। प्रशासनिक, भौगोलिक और व्यवहारिक रूप से खुड़िया चिड़ावा से ही जुड़ा रहा है।
तहसील-उपखंड और विभागीय जुड़ाव
ज्ञापन में बताया गया कि तहसील व उपखंड चिड़ावा है। PWD सहित अन्य विभागीय व्यवस्थाएं भी चिड़ावा से संचालित हैं। वार्ड गठन, सीमांकन और नक्शे पहले ही उपखंड कार्यालय चिड़ावा भेजे जा चुके हैं, और आपत्तियां आमंत्रित करने की सूचना भी जारी हो चुकी है।
चारों ओर चिड़ावा की पंचायतें, फिर खुड़िया क्यों पिलानी?
ग्रामीणों का आरोप है कि खुड़िया चारों ओर से चिड़ावा समिति की पंचायतों से घिरी है, केवल खुड़िया को पिलानी में जोड़ना जनभावनाओं के खिलाफ है और इससे आमजन को अनावश्यक प्रशासनिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
मांग और चेतावनी
ग्रामीणों ने मांग की कि खुड़िया पंचायत को चिड़ावा में ही रखा जाए। साथ ही चेतावनी दी कि मांग नहीं मानी गई तो आगामी चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख लोग
प्रदर्शन में पूर्व प्रधान निहाल सिंह रणवा, पूर्व पंचायत समिति सदस्य राजेन्द्र बलोदा, पंचायत समिति सदस्य सुभाष योगी, नरेंद्र सिलायच, पूर्व सरपंच रघुवीर बलौदा, उपसरपंच राकेश सैनी, बन्नेसिंह राठौड़, बीरबल सिंह चौहान, कैप्टन महावीर सिंह सिलायच, राकेश एडवोकेट सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल रहे।