आयुष्मान योजना व ECHS के तहत तीन बुजुर्ग महिलाओं का सफल जॉइंट रिप्लेसमेंट
ढूकिया हॉस्पिटल में घुटना प्रत्यारोपण की बड़ी सफलता
झुंझुनूं, झुंझुनूं जिला मुख्यालय के ढूकिया हॉस्पिटल में तीन बुजुर्ग महिलाओं—शांति देवी (63), रेवती देवी (70) और कमला देवी (65)—का सफल घुटना प्रत्यारोपण किया गया। तीनों महिलाएं लंबे समय से घुटनों के दर्द से परेशान थीं।
डॉ रामनिवास स्वर्णकार, नेशनल बोर्ड सर्टिफाइड जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन ने बताया, “आयु बढ़ने के साथ घुटनों का घिसना सामान्य है। तकनीक की मदद से 70–80 साल तक के बुजुर्गों का भी ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया जा सकता है। मरीज को दर्द से राहत मिलती है और चाल सुधारती है।”
सरकारी योजनाओं के तहत कैशलेस इलाज
- शांति देवी और कमला देवी का ऑपरेशन मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत निशुल्क हुआ।
- रेवती देवी का कैशलेस ऑपरेशन ECHS योजना के अंतर्गत हुआ।
रेवती देवी की पुत्री ने बताया, “मां पहले बहुत दर्द में थीं, अब ऑपरेशन के बाद वह सहज चल रही हैं। अस्पताल और डॉक्टरों का सहयोग अद्भुत रहा।”
ढूकिया हॉस्पिटल की विशेषताएँ
डॉ मोनिका ढूकिया, हॉस्पिटल संचालिका ने बताया, “एक ही छत के नीचे न्यूरो, स्पाइन, गुर्दा, मूत्र, घुटना-कूल्हा ट्रांसप्लांट और हड्डी जोड़ सर्जरी की विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध हैं। ECHS, RGHS, ESIC और चिरंजीवी जैसी सभी सरकारी योजनाओं में इलाज निशुल्क है। ब्लड और प्लाज्मा सेवाएं 24×7 उपलब्ध हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारा उद्देश्य झुंझुनूं और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर और किफायती स्वास्थ्य सेवाएं देना है। सरकारी योजनाओं में अधिकतम लाभ—यही हमारी प्राथमिकता है। ढूकिया हॉस्पिटल की यह सफलता साबित करती है कि सही इलाज से बुजुर्ग भी सामान्य जीवन जी सकते हैं।”
तीनों मरीजों की स्थिति अब संतोषजनक
- शांति देवी, 63 वर्ष, निवासी रसोड़ा — टांके निकलवाने आईं, स्थिति सामान्य।
- रेवती देवी, 70 वर्ष, निवासी डूमोली खुर्द — आसानी से चल रही हैं, दर्द से पूर्ण राहत।
- कमला देवी, 65 वर्ष, निवासी जवाहरपुरा नुआ — ऑपरेशन के अगले दिन ही चलने लगीं।
डॉ. स्वर्णकार ने बताया कि
“उम्र बढ़ने के साथ घुटनों का घिसना आम समस्या है, लेकिन आधुनिक तकनीक से किसी भी उम्र में सफल ऑपरेशन संभव है। 70–80 वर्ष तक के मरीज भी यहां सफलतापूर्वक ऑपरेट किए गए हैं।”