आरोप लगाते हुए कहा – नहीं हुई सुनवाई तो करेंगे आमरण अनशन
लांबा और नालवा के ग्रामीण बोले- जबरदस्ती न करें पिलानी में शामिल
झुंझुनूं | शेखावाटी लाइव झुंझुनूं जिले की लांबा और नालवा ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों ने कलक्टर कार्यालय पहुंचकर विरोध दर्ज कराया और चेतावनी दी कि अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो वे आमरण अनशन करेंगे।
दोनों पंचायतों को पिलानी पंचायत समिति में शामिल करने की चर्चा है, जिसका ग्रामीण जोरदार विरोध कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि:
“हमारे गांवों से पिलानी के लिए कोई सीधी यातायात सुविधा नहीं है, जबकि चिड़ावा से सीधा जुड़ाव है। ऐसे में पिलानी में शामिल करना जनविरोधी कदम है।“
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि:
- लांबा और नालवा को चिड़ावा पंचायत समिति में ही रखा जाए।
- अगर प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया तो आमरण अनशन किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपने पहुंचे ये लोग
ज्ञापन देने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे:
भरतलाल नूनियां, सुरेश डांगी, विश्वंभर बिजारणियां,
बहादुर नूनियां, मुंशी खां, मुश्ताक मोहम्मद,
विद्याधर जांगिड़, राजेंद्र मांजू, मातूराम गोदारा सहित अनेक ग्रामीण।
प्रशासन से निष्पक्षता की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से राजनीतिक प्रभाव से मुक्त निर्णय की अपील की है।
उन्होंने कहा कि किसी भी पंचायत समिति में शामिल करने से पहले भौगोलिक और सामाजिक व्यवहार्यता का मूल्यांकन जरूरी है।