गुढ़ा बोले – झुंझुनूं के पत्रकारों को मत छेड़ो, एडीएम आपका कुछ नहीं बिगड़ेगा सरकार ढूंढने पर भी नहीं मिलेगी
एडीएम आप जनता के नौकर हो मालिक मत बनो, ये जनता के सिपाही है।
पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने पत्रकारों को बताया कलयुग के देवता
झुंझुनूं। जिले के सूचना केंद्र को लेकर जारी पत्रकार आंदोलन में सोमवार को बड़ा मोड़ तब आया जब पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा पत्रकारों के समर्थन में झुंझुनूं पीआरओ कार्यालय परिसर पहुंच गए। उन्होंने प्रशासन को खुले मंच से सख्त चेतावनी देते हुए कहा—
“झुंझुनूं के पत्रकारों को मत छेड़ो, वरना सरकार को ढूंढते रह जाओगे।”
पत्रकारों को बताया “जनता के सिपाही”
गुढ़ा ने कहा कि
“एडीएम आप जनता के नौकर हैं, मालिक बनने की कोशिश मत करो। पत्रकार जनता की आवाज हैं, इन पर दबाव बनाया गया तो झुंझुनूं की जनता सड़कों पर उतर आएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी खबरों के बहिष्कार का निर्णय पत्रकारों का साहसी कदम है।
अधिग्रहण पर किया तीखा सवाल
गुढ़ा ने पूछा कि
“जिले में इतने सरकारी भवन हैं, तो सूचना केंद्र को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है?”
उन्होंने चेताया कि यदि सूचना केंद्र का अधिग्रहण हुआ तो जनता सड़कों पर होगी और बड़ा आंदोलन होगा।
झुंझुनूं की उपेक्षा पर भी गरजे गुढ़ा
गुढ़ा ने मौके पर ही मुख्यमंत्री के चीफ सेक्रेटरी और जिला कलेक्टर से बात की और पत्रकारों का पक्ष मजबूती से रखा।
इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार पर भी झुंझुनूं जिले की अनदेखी को लेकर जमकर हमला बोला:
- झुंझुनूं को डिविजन नहीं बनाया, जबकि सीकर को बना दिया
- नगर पालिका का दर्जा वापस लिया गया
- सीकर-नवलगढ़ पुलिया अब तक नहीं बनी
- स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी झुंझुनूं से बाहर चली गई
- तहसीलें हटाई जा रही हैं, बजट में जिले को कोई बड़ी सौगात नहीं
क्या बोले गुढ़ा?
“झुंझुनूं को हर बार हाशिए पर रखा जाता है। अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह आंदोलन सिर्फ पत्रकारों का नहीं, पूरे जिले की अस्मिता का है।”
और भी बहुत कुछ देखिये वीडियो में –