देशभक्ति और आंसुओं के बीच अंतिम विदाई।
परिवार का भावुक संदेश: “जय हिंद” और “आई लव यू”
विदाई के इस पल ने हर आंख नम कर दी जब—
- 5 वर्षीय बेटे दक्ष ने शहीद पिता को मुखाग्नि दी।
- 8 वर्षीय बेटी वृत्तिका ने कहा, “मैं पापा का बदला लूंगी।“
- पत्नी सीमा ने विदाई से पहले कहा, “आई लव यू ।“
शहीद सुरेंद्र कुमार का परिचय
- सेवा काल: 14 वर्ष, भारतीय वायुसेना
- निवास: गांव मेहरादासी, झुंझुनूं
- परिवार: पत्नी, बेटा (5), बेटी (8)
- पिता: शिशुपाल सिंह (स्वर्गीय, CRPF से सेवानिवृत्त)
- उद्देश्य: युवाओं को सेना में भर्ती के लिए प्रेरित करते थे
तिरंगा यात्रा और सम्मान
- मंडावा से 9 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई
- “भारत माता की जय”, “सुरेंद्र अमर रहे” जैसे नारों से गूंजा गांव
- हजारों की भीड़ ने अश्रुपूरित विदाई दी
शहीद की बेटी का आक्रोश
“पाकिस्तान का नाम भी मिटा देना चाहिए। मैं चुन-चुन कर बदला लूंगी।”
— वृत्तिका, 8 वर्षीय बेटी