झुंझुनू की खुर्द बुर्द हो रही हवेलियों पर बोले- राज्य सरकार का विषय
झुंझुनूं, भारत सरकार के संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत झुंझुनूं दौरे पर पहुंचे। यहां सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने आपातकाल के काले अध्याय पर प्रकाश डाला, लेकिन मंच पर सवालों की दिशा अचानक अशोक गहलोत की ओर मुड़ गई।
अशोक गहलोत के बयानों ने घेरा
पत्रकारों द्वारा पूछे गए अधिकांश सवाल पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हालिया बयानों और भाजपा पर हमलों से जुड़े थे। इस वजह से ऐसा प्रतीत हुआ जैसे प्रेस वार्ता का पूरा फोकस गहलोत पर केंद्रित हो गया हो।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गहलोत इन दिनों मीडिया रणनीति में आगे चल रहे हैं और उनका यही अंदाज भाजपा की योजनाओं पर भारी पड़ रहा है।
झुंझुनूं की हवेलियों पर पूछे गए सवाल
जब शेखावत से झुंझुनूं शहर की पुरानी ऐतिहासिक हवेलियों की हालत पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने इसे राज्य सरकार का विषय बता कर बात को टाल दिया। उन्होंने कहा:
“बिना पूरी जानकारी के टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। यह राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है।”
हालांकि, रामगढ़ मंडावा के हवेलियों में हो रहे मॉडिफिकेशन पर उन्होंने चिंता जताई और कहा कि संस्कृति संरक्षण एक गंभीर मुद्दा है।
जनता का सवाल: क्या मंत्री पल्ला झाड़ गए ?
अब मीडिया में यह चर्चा है कि क्या केंद्रीय मंत्री ने झुंझुनूं की धरोहरों को लेकर पल्ला झाड़ा या फिर उन्हें यह जवाब भी देना चाहिए था कि वे राज्य सरकार को पत्र लिखकर ध्यान दिलाएंगे।
स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय नागरिकों ने कहा कि झुंझुनूं की हवेलियां राजस्थान की धरोहर हैं और केंद्रीय मंत्री का यह विषय नहीं कहना निराशाजनक है। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि राज्य सरकार को इस पर त्वरित कदम उठाने चाहिए।
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