Overview:
पप्पू राम के भाई कानाराम ने बताया- 6 अप्रैल को पप्पू राम बहन के ससुराल नयाबास (झुंझुनूं) गया था। इस दौरान 4 गाड़ियों में सवार होकर पुलिसकर्मी पंहुचे। उन्होंने पप्पू राम को गाड़ी में बैठाया और खेतड़ी थाने ले गए। पुलिस ग्वार चोरी के आरोप में पप्पू राम को लेकर गई थी। जब हमें सूचना मिली कि पप्पू राम को पुलिस ने पकड़ लिया तो हम 8 अप्रैल को खेतड़ी थाने पहुंचे। पुलिस ने हमें पप्पू राम से मिलने नहीं दिया। छोड़ने की एवज में 2 लाख रुपए की डिमांड की। पुलिस ने 8 दिन तक पप्पू को बंदी बनाकर रखा। उसके साथ थाने में बेरहमी से मारपीट की गई। रविवार (13 अप्रैल) को मौत की सूचना मिली। पुलिस की पिटाई से ही पप्पू राम की मौत हुई।
शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू