Posted inWeather Forecasts: आज का मौसम - ताज़ा मौसम समाचार, पूर्वानुमान और रिपोर्ट

Rain Alert : राजस्थान में नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव! अगले 72 घंटों तक, जोधपुर, बीकानेर समेत शेखावाटी क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट

Rajasthan Weather: राजस्थान के मौसम में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। imd के अपडेट के अनुसार मानसून कि विदाई के बाद भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है। ताजा जानकारी के अनुसार बता दे कि राजस्थान में आगामी 4 अक्टूबर को जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा और जयपुर संभाग के कुछ इलाकों में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार बताये जा रहे है.

नए पश्चिमी विक्षोभ से होगी बारिश
IMD के ताजा अपडेट के अनुसार बता दे कि, राज्य में एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 5-6 अक्टूबर को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मासून कि विदाई के बाद भी एक बार फिर मौसम में बदलाव नजर आएगा। वहीँ किसानों के लिए भी चिंता बढ़ गई है।

30-40 किमी प्रतिघंटा कि रफ़्तार से चलेगी हवाएं

बता दे कि 5 अक्टूबर को जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर, अजमेर और शेखावाटी क्षेत्र के कुछ भागों में दोपहर के बाद तेज मेघगर्जन, 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं और कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश की संभावना रहेगी. इस दौरान बीकानेर संभाग और शेखावाटी क्षेत्र में कुछ जगहों पर भारी बारिश होने का अनुमान है.

कल दिखेगा अचानक बदलाव

मौसम विभाग ने बताया कि राजस्थान में कल यानी 5 अक्टूबर से 7 अक्टूबर के बीच मेघगर्जन, आकाशीय बिजली और अचानक तेज हवाओं की चेतावनी जारी की गई है.

6 अक्टूबर को वेदर सिस्टम का प्रभाव राज्य के कई हिस्सों में नजर आएगा. जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, उदयपुर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग के कुछ हिस्सों में तेज मेघगर्जन, आकाशीय बिजली, तेज हवाएं (30-40 किमी/घंटा) के साथ भारी बारिश का अनुमान जताया गया है .

8 अक्टूबर के बाद मौसम रहेगा शुष्क

8 अक्टूबर से अगले एक सप्ताह तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं. वहीँ जयपुर, भरतपुर, कोटा और उदयपुर के पूर्वी भागों में ऐसी ही गतिविधियां 7 अक्टूबर तक जारी रह सकती हैं.

किसानों के लिए मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने किसानों के लिए चिंता व्यक्त कि है साथ अपनी पकी हुई फसलों को बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम करने के लिए अपील कि है। बता दे कि कृषि मंडियों में खुले आसमान में रखे अनाज और अन्य कृषि उत्पादों के संरक्षण की व्यवस्था करें. रबी की फसलों की बुआई करते समय बारिश के अलर्ट पर नजर बनाए रखें.