Property registry new rule: जमीन रजिस्ट्री के कई नियम है जिनके बारे में जानना आपके लिए काफी जरूरी है। रजिस्ट्री के समय की गई छोटी सी भी गलती आपकी जमीन को किसी और के नाम से कर सकती है और आपके साथ बड़ा फ्रॉड हो सकता है।
जमीन रजिस्ट्री के नियमों में हुआ बदलाव
जमीन के रजिस्ट्री को लेकर सरकार ने नया नियम बनाया है। पहले किसी भी प्रकार से ऑफलाइन रजिस्ट्री हो जाती थी लेकिन अब सरकार ने जमीन रजिस्ट्री के नियमों में बदलाव किया है। अब जमीन रजिस्ट्री के लिए कई जरूरी डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी अगर आप इन डॉक्यूमेंट को नहीं लगाते हैं तो जमीन रजिस्ट्री नहीं होगी।
अब होगी डिजिटल रजिस्ट्री
सरकार ने नियम बदल दिया है और अब डिजिटल रजिस्ट्री करवाना जरूरी हो गया है। यानी कि अगर आपके पास जमीन है तो आपको उस जमीन के सारे डॉक्यूमेंट को ऑनलाइन करवा कर ई केवाईसी करवानी होगी। इसके बाद आपको अपना मोबाइल नंबर आधार कार्ड नंबर पैन कार्ड नंबर सभी जमीन रजिस्ट्री में जोड़ना होगा ताकि सरकार को पता चल सके की जमीन आपका नाम पर है और आपकी ही जमीन है।
कभी भी डिजिटल रजिस्ट्री के माध्यम से सरकार चेक कर सकती है की जमीन कितने बीघा की है और किसके नाम पर रजिस्टर्ड है। अगर आपको जमीन रजिस्ट्री करानी है तो फटाफट नए नियम के बारे में जानकारी इकट्ठा करें वरना आपकी परेशानी काफी ज्यादा बढ़ सकती है।