Ration Card New Update: राशन कार्ड को लेकर सरकार के द्वारा एक नया जांच अभियान चलाया जा रहा है। देश के अलग-अलग राज्यों में अभी कुछ समय पहले ही बड़ी संख्या में राशन कार्ड धारकों का नाम लिस्ट से काट दिया गया है। राशन कार्ड से नाम काटने से गरीब और जरूरतमंद लोगों की परेशानियां बढ़ गई है। नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के अंतर्गत जो लोग फर्जी या अपात्र रहे हैं उनका नाम है राशन कार्ड की लिस्ट से काटा गया है।
राजस्थान के अपात्र लोगों का राशन कार्ड की लिस्ट से नाम कटेगा। कई ऐसे लोग हैं जो पात्रता को पालन नहीं करते हैं फिर भी राशन योजना का लाभ उठाते हैं।राजस्थान में जो लोग अमीर हैं और राशन कार्ड योजना से मुफ्त राशन का लाभ ले रहे हैं उनका नाम अब राशन योजना से हटाया जाएगा।इसके लिए राजस्थान सरकार के द्वारा खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत सर्वे किया जा रहा है और पता लगाया जा रहा है कि कौन से ऐसे लोग हैं जो मुफ्त योजना का लाभ उठा रहे हैं।
राज्य में जारी है गिवअप अभियान 1 दिसंबर 2025 तक चलाई जाएगी। इसके लिए आगे भी निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी। कई ऐसे परिवार है जिन्होंने सुरक्षा से राशन कार्ड योजना से अपना नाम हटा लिया है।
क्यों हटाया जा रहा है राशन कार्ड से नाम?
राशन कार्ड योजना से नाम हटाने का मुख्य उद्देश्य अमीरों का राशन कार्ड योजना से नाम हटाकर गरीबों का नाम राशन कार्ड योजना में जोड़ना है।
प्रदेशभर के सभी जिलों में यूनिट डिलीट की गईं, जिनमें सबसे ज्यादा नाम जयपुर जिले से हटे। यहां 339821 यूनिट डिलीट हुईं। इसके बाद उदयपुर में 288135, भीलवाड़ा में 246807 और जोधपुर में 238538 नाम हटाए गए। वहीं सबसे कम नाम जैसलमेर जिले से हटे, जहां केवल 55479 यूनिट डिलीट हुईं।