रतनगढ़। डॉ. अम्बेडकर अनुसूचित जाति अधिकारी कर्मचारी एसोसिएशन (अजाक) संघ इकाई रतनगढ़ ने सोमवार को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार को सौंपा।
यह ज्ञापन संघ के अध्यक्ष शिवकुमार गाडगिल के नेतृत्व में सौंपा गया।
लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमलों को लेकर चिंता
ज्ञापन में संगठन ने ‘हिंदुत्व’ के नाम पर न्यायपालिका और लोकतंत्र पर बढ़ते हमलों पर गहरी चिंता जताई।
संघ ने कहा कि देश की संवैधानिक संस्थाओं और सामाजिक सौहार्द पर ऐसे हमले लोकतंत्र की नींव को कमजोर करते हैं।
ज्ञापन में राष्ट्रपति से मांग की गई कि ऐसे संगठनों पर शीघ्र रोक और कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए जो समाज में असहिष्णुता और जातिगत विद्वेष फैला रहे हैं।
संविधान और न्यायपालिका की गरिमा की रक्षा जरूरी – अजाक संघ
अजाक संघ ने अपने ज्ञापन में कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां संवैधानिक मूल्यों और सामाजिक सद्भाव को ठेस पहुंचा रही हैं।
उन्होंने आग्रह किया कि देश में संविधान की सर्वोच्चता और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को बनाए रखना हर नागरिक का दायित्व है।
संघ के पदाधिकारी और सामाजिक प्रतिनिधि रहे मौजूद
ज्ञापन सौंपने के दौरान महासचिव सुभाष मेघवाल, समाजसेवी वेदप्रकाश पंवार, दिनेश कुमार बरवड़, मुरलीधर गाडगिल,
शिक्षक नेता राकेश कुमार नायक, राजस्थान शिक्षक संघ अम्बेडकर ब्लॉक अध्यक्ष नरेंद्र कुमार नायक, वीरेंद्र कुमार जायसवाल,
भंवरलाल सावां, सुरेन्द्र कुमार इंदलिया, सुनील कुमार जिलोवा, इन्द्रचन्द कंवल, छोटूलाल बारोटिया,
एड. सुरेन्द्र कुमार जायसवाल, एड. सुशील बाकोलिया सहित समाज के कई प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे।