“गूगल गर्ल” से KBC की क्विज़ एक्सपर्ट तक: रतननगर की अर्चना गाड़ोदिया की प्रेरक यात्रा
चूरू, शेखावाटी की धरती ने हमेशा प्रतिभाओं को जन्म दिया है। इसी कड़ी में चूरू जिले के रतननगर की बेटी अर्चना गाड़ोदिया गुप्ता ने अपनी प्रतिभा से कौन बनेगा करोड़पति (KBC) के मंच पर क्विज़ एक्सपर्ट बनकर नया इतिहास रचा है।
“गूगल गर्ल” से KBC की “क्विज़ एक्सपर्ट” तक का सफर
अर्चना को बचपन से ही सवालों का जवाब ढूंढने में आनंद आता था।
स्कूल के दिनों में दोस्त उन्हें प्यार से “गूगल गर्ल” कहते थे।
ज्ञान के प्रति इसी लगन ने उन्हें उस मुकाम तक पहुंचाया, जहां पहुंचना बहुतों का सपना होता है।
वर्ष 2001 में अर्चना ने बीबीसी मास्टरमाइंड इंडिया प्रतियोगिता जीती — जिसे प्रसिद्ध क्विज़ मास्टर सिद्धार्थ बसु संचालित करते थे।
अगले वर्ष उन्होंने “चैंपियन ऑफ चैंपियंस” बनकर साबित किया कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कुछ भी संभव है।
अमिताभ बच्चन के मंच पर शेखावाटी का गौरव
सोनी टीवी पर प्रसारित कौन बनेगा करोड़पति के मंच पर जब अमिताभ बच्चन ने विशेषज्ञों का परिचय कराया,
तो अर्चना गाड़ोदिया का नाम सुनते ही रतननगर और पूरे शेखावाटी क्षेत्र का गौरव बढ़ गया।
प्रतिभागी जब मुश्किल सवालों पर अटक जाते हैं,
तो अर्चना के सटीक उत्तर उनकी “ज्ञान विशेषज्ञ” के रूप में पहचान को और भी मजबूत बना देते हैं।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनीं अर्चना
अर्चना सिर्फ एक क्विज़ एक्सपर्ट ही नहीं, बल्कि लेखिका, उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं।
उन्होंने “स्वयं” नामक संस्था के माध्यम से महिलाओं को मेंटोरिंग, कौशल प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए हैं।
उनका मानना है कि —
“छोटे शहरों की बेटियां भी यदि बड़े सपने देखें, तो पूरी दुनिया उनकी प्रतिभा को सलाम करती है।”
गोडोदिया परिवार की सामाजिक पहचान
अर्चना के पिता भामाशाह बालकिशन गोडोदिया रतननगर के प्रतिष्ठित समाजसेवी हैं।
उनके परिवार द्वारा चूरू में डिजिटल लाइब्रेरी सहित अनेक सामाजिक कार्य किए जा रहे हैं।
चारों बहनों ने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल कर
शेखावाटी की बेटियों की क्षमता का प्रमाण दिया है।
निष्कर्ष
अर्चना गाड़ोदिया की कहानी बताती है कि ज्ञान, मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान बना सकता है।
शेखावाटी की यह बेटी आज पूरे भारत के लिए प्रेरणा बन गई है।