चूरू, पूरे देश की तरह चूरू जिले में भी सशस्त्र सेना झंडा दिवस श्रद्धा, सम्मान और देशभक्ति के साथ मनाया गया। हर वर्ष 7 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह दिवस बहादुर, शहीद और सेवारत सैनिकों के अमूल्य योगदान को नमन करने का प्रतीक है।
शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि
कार्यक्रम की शुरुआत वीरगति स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर की गई। जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के तत्वावधान में
- कर्नल अनिल कुमार पूनिया
- मो. याकूब
- जगदेव गोयल
- दलीप कुमार
- गुमान सिंह
- महेश कुमार
- गोविन्द सिंह
- भूपेन्द्र सिंह
- बलबीर सिंह
ने शहीदों को नमन करते हुए झंडा दिवस का औपचारिक शुभारंभ किया।
जिला कलक्टर को लगाया सशस्त्र सेना झंडा
अधिकारियों ने जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, अतिरिक्त जिला कलक्टर अर्पिता सोनी, एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों, कर्मचारियों और जनसमूह को झंडा लगाकर उनसे सैनिक कल्याण हेतु चंदा भी प्राप्त किया।
क्यों मनाया जाता है झंडा दिवस?
झंडा दिवस का उद्देश्य सैनिकों, शहीदों और उनके परिवारों के प्रति समाज की एकजुटता और कृतज्ञता प्रदर्शित करना है।
इस दिन विशेष झंडे और स्टीकर भेंट कर लोगों से सहयोग राशि एकत्र की जाती है, जिसका उपयोग—
- युद्ध विकलांग सैनिकों
- शहीदों के परिवारों
- सेवा निवृत्त व सेवारत सैनिकों
के कल्याण और पुनर्वास में किया जाता है।
नागरिकों से सहयोग की अपील
जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने कहा—
“राष्ट्र की अखंडता और सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सैनिकों के परिवारों का मनोबल बढ़ाने हेतु सभी नागरिकों को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।”
उन्होंने जिलेवासियों से अधिक से अधिक सहयोग करने की अपील की।