सरदारशहर अविश्वास प्रस्ताव पर गरमाई राजनीति
चूरू, सरदारशहर नगरपरिषद में भाजपा सभापति के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज सुबह 11 बजे बैठक प्रस्तावित थी, लेकिन चुनाव अधिकारी की अनुपस्थिति को लेकर अब सियासी बवाल मच गया है।
गहलोत का सीधा हमला: “लोकतंत्र की हत्या”
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से चूरू जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा कि:
“राज्य सरकार के दबाव में अभी तक एडीएम चुनाव अधिकारी उपस्थित नहीं हुए हैं। यह लोकतंत्र की हत्या का उदाहरण है।”
गहलोत ने इसे भादरा की घटना से जोड़ते हुए कहा कि वहां भी भाजपा के पक्ष में चुनाव अधिकारी अनुपस्थित रहे थे, और बाद में मामला कोर्ट जाने के बाद कांग्रेस की चेयरपर्सन बनी थी।
गहलोत ने प्रशासन से की अपील
गहलोत ने चूरू जिला प्रशासन से अपील करते हुए लिखा:
“आप भाजपा सरकार के पक्ष में कार्य करने की बजाय लोकतंत्र के हित में कार्य करें।”
उन्होंने साफ कहा कि अगर लोकतंत्र को कमजोर किया गया तो यह जनता के अधिकारों का हनन होगा।
बैठक में अधिकारी के न आने पर उठे सवाल
बताया गया है कि भाजपा सभापति को हटाने के लिए आज अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन चुनाव अधिकारी ADM के नहीं आने से प्रक्रिया अधर में लटक गई। इससे सत्तापक्ष नाराज़ है और कांग्रेस के नेताओं ने इसे प्रशासनिक हस्तक्षेप बताया है।
कांग्रेस के तेवर तीखे, भाजपा की चुप्पी
जहां कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर खुलकर मैदान में आ गई है, वहीं भाजपा ने फिलहाल इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया है। राजनीतिक हलकों में इसे स्थानीय निकायों में भाजपा के प्रभाव के रूप में देखा जा रहा है।