रतनगढ़, राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह 2025 में रतनगढ़ के 8 लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, अध्यक्ष शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा की उपस्थिति में यह समारोह हुआ।
शिक्षा भूषण सम्मान प्राप्त भामाशाह:
- प्रदीप सराफ – ₹36.4 लाख (इंटरेक्टिव बोर्ड परियोजना)
- अशोक सराफ – ₹37.8 लाख (इंटरेक्टिव बोर्ड परियोजना)
- शुभकरण बैद – ₹36.7 लाख (इंटरेक्टिव बोर्ड परियोजना)
- जोधराज बैद – ₹41 लाख (विद्यालय भवन व शौचालय निर्माण)
- छत्तरसिंह हीरावत – ₹34 लाख (एमजीजीएस पंडितपुर विद्यालय में भवन निर्माण)
भामाशाह प्रेरक सम्मान प्राप्त:
- राजीव उपाध्याय – गांधी बाल निकेतन सचिव, डिजिटल शिक्षा के सूत्रधार
- कुलदीप व्यास – राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त पूर्व शिक्षा अधिकारी (चौथी बार सम्मानित)
- मृणालिनी उपाध्याय – डिजिटल शिक्षा प्रचार में सक्रिय योगदान
प्रेरणादायक पहल
राजकीय विद्यालयों में इंटरेक्टिव बोर्ड परियोजना के माध्यम से रतनगढ़ के इन भामाशाहों ने मिलकर शिक्षा को डिजिटल स्वरूप देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
राजीव उपाध्याय ने बताया:
“सामूहिक प्रयासों से शिक्षा का स्तर बदला जा सकता है। यह सम्मान पूरी टीम के समर्पण का परिणाम है।”
परिवारों की सहभागिता
सम्मान समारोह में प्रतिनिधित्व करने पहुंचे परिजन:
- प्रदीप सराफ की ओर से जिया उपाध्याय
- जोधराज बैद की ओर से राजीव बैद
- अशोक सराफ की ओर से प्राचार्या दीपिका शर्मा
- राजीव उपाध्याय की ओर से मीनाक्षी उपाध्याय
इस आयोजन ने साबित किया है कि समाजसेवा और शिक्षा में रतनगढ़ पूरे राजस्थान में प्रेरक मिसाल बनकर उभरा है।