चूरू, जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने सोमवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को समयबद्ध निस्तारण के सख्त निर्देश दिए।
राजस्व कार्यों में देरी बर्दाश्त नहीं: कलेक्टर
कलेक्टर सुराणा ने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी नियमित रूप से कोर्ट में समय दें और लंबित राजस्व प्रकरणों का जल्द निस्तारण करें।
उन्होंने निर्देश दिया कि हर राजस्व अधिकारी प्राथमिक डिक्री, कुर्रेजात, सीमाज्ञान, पत्थरगढ़ी जैसे मामलों की समयसीमा तय कर निपटान सुनिश्चित करें ताकि अनावश्यक पेंडेंसी खत्म हो।
राजस्व अर्जन और फील्ड निरीक्षण पर जोर
कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को राजस्व अर्जन के लक्ष्यों की पूर्ति करने के साथ-साथ फील्ड स्तरीय टीमों की नियमित बैठक और निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि पटवारियों के कार्य और रिकॉर्ड की सघन मॉनिटरिंग की जाए ताकि प्रशासनिक पारदर्शिता बनी रहे।
लंबित प्रकरणों के त्वरित निस्तारण के निर्देश
सुराणा ने पीएलपीसी, न्यायालय शाखा, धारा 251-ए, रास्ते के प्रकरणों और तामीली से शेष मामलों में त्वरित कार्यवाही के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि राजस्व कार्यों की प्राथमिकता तय कर कार्रवाई की जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो।
भूमि रूपांतरण और पंजीयन पर समीक्षा
कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि भूमि के अकृषि प्रयोजनार्थ रूपांतरण, पंजीयन, सीएम जनसुनवाई, राजस्व लेखा, ई-फाइल और ई-डाक प्रणाली पर भी समीक्षा करते हुए बेहतर समन्वय की अपेक्षा जताई।
निर्वाचन गतिविधियों की समीक्षा
बैठक में निर्वाचन कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि निर्वाचन गतिविधियों को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पूरा करें।
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक का संचालन एडीएम अर्पिता सोनी ने किया। इस दौरान सुजानगढ़ एडीएम संतोष मीणा, बीदासर एसडीएम अमीलाल यादव, रतनगढ़ एसडीएम मिथिलेश, तारानगर एसडीएम राजेंद्र कुमार, सरदारशहर एसडीएम रामकुमार वर्मा, चूरू एसडीएम सुनील कुमार, राजगढ़ एसडीएम मनोज कुमार सहित सभी तहसीलदार एवं राजस्व अधिकारी उपस्थित रहे।