चूरू। जिला मुख्यालय स्थित मातुश्री कमला गोयनका टाउन हॉल में मंगलवार को दी चूरू सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की वार्षिक साधारण सभा आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता बैंक प्रशासक एवं जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने की।
कलेक्टर का संबोधन
सुराणा ने कहा कि हम अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष मना रहे हैं। सहकार से समृद्धि की भावना अपनाकर अंत्योदय को साकार करना होगा। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकिंग ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और चूरू को-ऑपरेटिव बैंक ने बीते वर्ष उत्कृष्ट प्रगति दर्ज की है।
उन्होंने शाखाओं को निर्देश दिया कि ग्राहक सेवा, पारदर्शिता और ऋण वसूली पर विशेष ध्यान दें। सभी पैक्स समितियों को कंप्यूटरीकृत किया जाए और किसानों को स्वरोजगार, पर्सनल लोन व गैर-कृषि ऋण की सुविधा दी जाए, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले।
उपलब्धियां और योजनाएं
- वर्ष 2024-25 में बैंक ने 57.55 लाख रुपये का लाभ अर्जित किया।
- 91,793 किसानों और नागरिकों को 566.21 करोड़ रुपये का ऋण वितरित हुआ।
- बैंक का एनपीए स्तर 3.50% रहा, जो पिछले वर्ष से 1.11% कम है।
- 13 समितियों में गोदाम निर्माण की स्वीकृति, 29 समितियों के भूमि आवंटन प्रस्ताव प्रक्रियाधीन।
- सभी ग्राम सेवा सहकारी समितियों को कम्प्यूटरीकृत करने की दिशा में कार्य जारी।
किसानों और सहकारी समितियों पर जोर
सुराणा ने किसानों से कहा कि वे स्थानीय व स्वदेशी उर्वरकों का उपयोग करें, क्योंकि वैश्विक परिस्थितियों के कारण यूरिया और डीएपी की आपूर्ति प्रभावित है। उन्होंने अतिवृष्टि से प्रभावित फसलों के नुकसान का सर्वे कर राहत दिलाने का भरोसा दिया।
सुझाव और प्रस्ताव
सभा में समितियों के अध्यक्षों ने खाद-बीज की उपलब्धता, गोदाम निर्माण, अधिक ऋण वितरण और राशन कार्य सहकारी संस्थाओं को दिलाने के सुझाव रखे। सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए।
सम्मान समारोह
इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले बैंक शाखा प्रबंधकों और ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवस्थापकों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में संजय पूनिया, श्यामसुंदर शर्मा, पवन पूनिया, जितेंद्र शर्मा, ओमप्रकाश पूनिया, रामदेव जाखड़, अशोक पांडिया, श्रवण सिंह, घनश्याम कुल्हरी, रमेश जांगिड़ सहित कई सदस्य शामिल रहे।