चूरू,जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपना जीवन सृजनात्मक एवं सकारात्मक कार्यों में लगाना चाहिए, ताकि वह समाज के लिए उपयोगी और सार्थक बन सके।
जिला कारागृह में प्रेरणादायक आयोजन
रविवार को जिला कारागृह, चूरू में आयोजित कार्यक्रम में जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने पुरस्कृत शिक्षक फोरम की प्रेरणा से तथा पूर्व बैंक अधिकारी सांवताराम ईसरान के सौजन्य से बंदियों को गर्म वस्त्र वितरित किए और उन्हें पुस्तकें भेंट कीं।
पुस्तकों से मिलता है नया जीवन
जिला कलक्टर ने बंदियों को संबोधित करते हुए कहा—
“पुस्तकें बेहतर इंसान बनने में सबसे अधिक सहायक होती हैं। जेल से बाहर निकलकर समाज की मुख्यधारा में एक अच्छे नागरिक के रूप में जुड़ने का प्रयास करें।”
उन्होंने बंदियों से आत्ममंथन कर जीवन को नई दिशा देने की अपील की।
विद्वानों ने भी रखे विचार
इस अवसर पर—
- प्रो. कमलसिंह कोठारी ने कहा कि अच्छी पुस्तकें पढ़कर समय का सदुपयोग किया जा सकता है।
- प्रो. आशा कोठारी ने बताया कि आध्यात्मिक चिंतन से आत्मबल मजबूत होता है और व्यक्ति स्वयं को सुरक्षित महसूस करता है।
अन्य वक्ताओं की सहभागिता
कार्यक्रम में दौलत तंवर, सांवताराम ईसरान, लक्ष्मणराम नैण एवं प्रभुदयाल बरवड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
जेल प्रशासन की जानकारी
जेल अधीक्षक राजेश योगी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि—
- जेल पुस्तकालय से हर माह लगभग 150 पुस्तकों का लेनदेन होता है।
- पुस्तक पढ़ने के बाद बंदी विचार पुस्तिका में अपने अनुभव और विचार भी लिखते हैं।
कार्यक्रम के अंत में उप जेलर दलीपकुमार सुथार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का संचालन नवाचार प्रेरक ओमप्रकाश तंवर ने किया।