चूरू, राजस्थान सरकार की ओर से चलाए जा रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा के तहत चूरू जिले के बीदासर की ग्राम पंचायत जोगलसर में आयोजित शिविर एक किसान के लिए चालीस वर्षों की जद्दोजहद का समाधान बन गया।
40 साल बाद मिली राहत, एक शिविर ने बदली किस्मत
जोगलसर निवासी केशु सिंह की कृषि भूमि के रिकॉर्ड में उनका नाम गलत रूप से “केसरी सिंह” अंकित था। इस त्रुटि के कारण उन्हें पीएम किसान योजना और कृषि क्रेडिट कार्ड (KCC) जैसी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था।
केशु सिंह ने बताया कि वे पिछले चार दशक से नाम शुद्धि के लिए कार्यालयों के चक्कर काट रहे थे, लेकिन समाधान नहीं हुआ।
शिविर में तत्काल नाम शुद्धि, किसान की आंखों में खुशी
24 जून को जोगलसर ग्राम पंचायत में आयोजित अंत्योदय शिविर में जब उन्होंने अपनी समस्या बताई, तो प्रशासन की तत्परता से मात्र कुछ ही मिनटों में उनका नाम ‘केशु सिंह’ दर्ज कर दिया गया।
इस कार्य के बाद उनकी भावनाएं छलक पड़ीं और उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “अब मैं योजनाओं का लाभ ले सकूंगा, शिविर मेरे लिए वरदान बन गया।”
शिविर बने ग्रामीणों के लिए समाधान केंद्र
जिला प्रशासन द्वारा अंत्योदय पखवाड़े के तहत आयोजित शिविरों में आमजन की राजस्व, सामाजिक सुरक्षा, खाद्य, जलदाय, कृषि और चिकित्सा से जुड़ी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा रहा है।
इस पहल ने ग्रामीण जनता और प्रशासन के बीच भरोसे का नया पुल खड़ा किया है।