चूरू,चूरू जिले की राजगढ़ और भानीपुरा तहसील के उन काश्तकारों के लिए राहत की खबर है, जिनकी रबी फसल संवत 2081 में ओलावृष्टि के कारण नुकसान हुआ है। अब इन किसानों को एसडीआरएफ मापदंड के तहत मुआवजा तभी मिलेगा जब वे निर्धारित समय तक डीएमआईएस (DMIS) पोर्टल पर डाटा अपलोड करवा दें।
डाटा अपलोड की अंतिम तिथि 10 अक्टूबर
एडीएम अर्पिता सोनी ने बताया कि राहत राशि वितरण के लिए 10 अक्टूबर 2025 अंतिम तिथि तय की गई है।
किसानों को सलाह दी गई है कि वे 10 अक्टूबर से दो दिन पूर्व ही अपने हल्का पटवारी को फसल नुकसान संबंधी दस्तावेज उपलब्ध करा दें।
“समय पर डाटा नहीं देने पर किसान मुआवजे से वंचित हो सकते हैं।” – अर्पिता सोनी, एडीएम
किन गांवों को मिलेगा लाभ?
- राजगढ़ तहसील के चयनित ग्राम
- भानीपुरा तहसील के प्रभावित इलाके
इन क्षेत्रों में ओलावृष्टि को प्राकृतिक आपदा मानते हुए किसानों को राहत दी जाएगी।
कैसे करें प्रक्रिया पूरी?
- संबंधित हल्का पटवारी से संपर्क करें
- फसल खराबे से जुड़े दस्तावेज जमा करें
- पटवारी के माध्यम से डाटा DMIS पोर्टल पर अपलोड होगा
- मुआवजा सीधे निर्धारित प्रक्रिया अनुसार वितरित किया जाएगा
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने सभी पात्र किसानों से अपील की है कि वे अनुदान पाने के लिए आवश्यक दस्तावेज तुरंत जमा कराएं। यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी पात्र काश्तकार सहायता राशि से वंचित न रह जाए।
याद रखें:
मुआवजे के लिए डाटा अपलोड की अंतिम तिथि: 10 अक्टूबर 2025 है। दो दिन पूर्व ही अपने पटवारी से संपर्क करें।