रतनगढ़ (चूरू)। अखिल भारतीय किसान सभा रतनगढ़ इकाई ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने तीन प्रमुख समस्याओं पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया।
स्मार्ट मीटर पर गहराया विवाद
किसान सभा अध्यक्ष मदनलाल जाखड़ ने कहा कि सरकार स्मार्ट मीटर जबरन थोप रही है, जबकि गांवों में पहले से ही डिजिटल मीटर लगे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि:
- स्मार्ट मीटर 13% से 70% अधिक यूनिट निकालते हैं
- कीमत ₹25,000 तक है, जो किस्तों में वसूली जाएगी
- रिचार्ज न होने पर बिजली सप्लाई बंद हो जाती है, जिससे किसानों को भारी परेशानी होती है
“गांवों में गरीब व मजदूर वर्ग को रिचार्ज सिस्टम की समझ तक नहीं है,” जाखड़ ने कहा।
भूमि अधिग्रहण: मुआवजा अब तक नहीं
किसानों ने बताया कि ऊर्जा कंपनियों ने बिना मुआवजा दिए जमीन पर पोल गाड़ दिए हैं।
कुछ किसानों ने विरोध किया तो उन्हें धमकियां दी गईं।
किसान सभा ने इसे किसानों के खिलाफ अन्याय करार दिया और तत्काल मुआवजे की मांग की।
पेयजल टंकियों की नियमित सफाई की मांग
ज्ञापन में बताया गया कि ग्रामीण पेयजल टंकियों की वर्षों से सफाई नहीं हुई, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
सभा ने इन टंकियों की नियमित सफाई कराने की मांग की।
बारिश में भी उमड़ा जनसैलाब
तेज बारिश के बावजूद, सैकड़ों किसानों ने प्रदर्शन कर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
प्रमुख मौजूद लोग:
बिरजू राम खीचड़, बिशन रूलानियां, भादर सिंह, ओमप्रकाश तालनियां, पूसाराम कुड़ी, भागूराम, देवीलाल, सूबेदार लेखुराम, पूर्व सरपंच दिलसुख चौधरी समेत दर्जनों गांवों से किसान उपस्थित थे।
प्रशासन ने दिया आश्वासन
जन सुनवाई के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने समस्याएं सुनीं और जल्द समाधान का भरोसा दिलाया।