चूरू, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग द्वारा संचालित आई स्टार्ट नेक्स्ट इनक्यूबेशन सेंटर की ओर से सोमवार को राजकीय लोहिया महाविद्यालय, चूरू में आइडियाथॉन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक हरलाल सहारण और जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
विधायक सहारण बोले – युवा तकनीक से बदलें समाज
विधायक हरलाल सहारण ने कहा कि आधुनिक तकनीकी और नवाचार सामाजिक समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने युवाओं से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने और विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया।
कलक्टर सुराणा बोले – तकनीक को बनाएं व्यवसायिक मॉडल
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि आने वाला समय एआई और तकनीक का है।
उन्होंने युवाओं से तकनीकी और नवाचारों को व्यावसायिक मॉडल में बदलने और स्थानीय जरूरतों के समाधान पर ध्यान देने की बात कही।
सुराणा ने बताया कि जिले में डिजिटल सखी 2.0 कार्यक्रम के तहत ग्रामीण महिलाओं को कंप्यूटर कौशल और डिजिटल मार्केटिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि महिलाएं अब स्थानीय उत्पादों को ऑनलाइन बेचकर आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं।
उन्होंने आगे बताया कि राजकीय विद्यालयों में अटल टिंकरिंग लैब के माध्यम से बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित किया जा रहा है।
प्रतियोगिता में 41 टीमों ने लिया भाग
आइडियाथॉन में चूरू, सीकर और झुंझुनूं जिलों की 41 टीमों ने अपने नवाचार और तकनीकी विचारों का प्रदर्शन किया।
प्रतिभागियों ने एग्रीटेक, फिनटेक, महिला सुरक्षा, कोडिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषयों पर प्रस्तुतियां दीं।
विजेता टीम बनी सीकर की “एग्रीयोद्धा”
- प्रथम स्थान: सीकर की यूरो इंटरनेशनल स्कूल की टीम एग्रीयोद्धा (₹25,000 पुरस्कार)
- द्वितीय स्थान: चूरू बालिका महाविद्यालय की टीम हाउज़ी (₹15,000 पुरस्कार)
- तृतीय स्थान: सनराइज इंटरनेशनल स्कूल, नेछवा (सीकर) की टीम सनराइज (₹10,000 पुरस्कार)
निर्णायक मंडल और अतिथि
निर्णायक मंडल में डीओआईटी संयुक्त निदेशक नरेश टुहानिया, उद्योग महाप्रबंधक उजाला, गौरव खंडेलवाल (FIA संस्थापक), बलराम जे (कनेक्ट सिविलस), और अनुज आहूजा (स्टडीबेस टेक) शामिल थे।
कार्यक्रम का संचालन मुकुल भाटी ने किया।
विशेष बातें
- अटल टिंकरिंग लैब से 09 टीमों ने भाग लिया।
- कोड चूरू कार्यक्रम से 04 टीमों ने अपने नवाचार प्रस्तुत किए।
- कार्यक्रम में महिला अधिकारी, शिक्षाविद और इनक्यूबेशन विशेषज्ञ मौजूद रहे।