चूरू जिले के बीदासर क्षेत्र में शिविर बना किसानों का सहारा
चूरू, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन में पूरे राजस्थान में चलाए जा रहे ग्रामीण सेवा शिविर अब आमजन के लिए राजस्व राहत केंद्र बनते जा रहे हैं।
ऐसा ही एक प्रेरणादायक उदाहरण बीदासर पंचायत समिति की उंटालड़ ग्राम पंचायत में सामने आया, जहां 12 वर्षों से लंबित खाता शुद्धि का समाधान एक ही दिन में कर दिया गया।
6 काश्तकारों को मिली बड़ी राहत
ग्राम उंटालड़ के खाता संख्या 182 में द्वारकानाथ, धापू, बेगनाथ, भागूनाथ, मीरा और रेवंतनाथ नामक छह काश्तकारों के जमाबंदी में पता वर्ष 2014 से गलत – गोंदूसर दर्ज था।
किसानों ने शिकायत की कि वे सालों से इस त्रुटि को ठीक कराने की कोशिश कर रहे थे लेकिन समाधान नहीं मिला।
पटवारी और तहसीलदार की तत्परता से हुआ समाधान
शिविर में हल्का पटवारी ने तत्काल मौका मुआयना और जांच रिपोर्ट तैयार कर शुद्धि की अनुशंसा की।
साथ ही, ग्राम गोंदूसर के खाता संख्या 11 में खींयाराम पुत्र गोरधनराम की प्रविष्टि में त्रुटि पाई गई जिसे ठीक कर खींवाराम पुत्र गोरधनराम दर्ज किया गया।
शिविर प्रभारी बीदासर तहसीलदार अमरसिंह बोचला ने मौके पर ही शुद्धि आदेश पारित कर किसानों को राहत प्रदान की।
12 साल बाद समाधान से खिले चेहरे
शिविर में ही समस्या का समाधान होते ही किसानों के चेहरे पर खुशी झलकने लगी।
उन्होंने कहा,
“12 साल से हम दर-दर भटक रहे थे, आज सरकार की पहल से हमें न्याय मिला।“
किसानों ने मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि
“सरकार सच में वंचितों और किसानों के कल्याण के लिए काम कर रही है।“
क्या है खाता शुद्धि?
खाता शुद्धि का अर्थ है – भूमि अभिलेखों में गलत नाम, पता या जानकारी को सही करना।
यह त्रुटियां जमाबंदी, नामांतरण, सीमा विवाद या भूलवश प्रविष्टियों में हो सकती हैं।