चूरू, चूरू जिले में पुलिस प्रशासन द्वारा लापता नाबालिग बच्चों की तलाश और पुनर्स्थापना के उद्देश्य से ‘खुशी-दशम’ नामक विशेष अभियान की शुरुआत की गई है।
यह अभियान 1 से 31 अक्टूबर 2025 तक जिलेभर में चलेगा।
एएसपी डॉ. कृष्णा सामरिया ने की बैठक
पुलिस अधीक्षक जय यादव के निर्देश पर एएसपी डॉ. कृष्णा सामरिया ने पुलिस लाइन सभागार में बैठक आयोजित कर अभियान की रूपरेखा साझा की।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के माध्यम से गुमशुदा नाबालिगों की बरामदगी, उनकी पुनर्स्थापना, और गुमशुदगी के मामलों में कमी लाना मुख्य उद्देश्य है।
“प्रत्येक थाना स्तर पर बाल कल्याण अधिकारी सक्रिय भूमिका निभाएं और सभी विभाग समन्वय से कार्य करें।”
— डॉ. कृष्णा सामरिया, एएसपी चूरू
जागृति चरण–चतुर्थ अभियान भी साथ चलेगा
‘जागृति चरण-चतुर्थ’ अभियान के तहत बच्चों के अधिकार, सुरक्षा और संवेदनशीलता से जुड़ी गतिविधियां चलाई जाएंगी।
स्कूल, बालगृह और समुदाय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
संबंधित विभागों का सहयोग रहेगा
अभियान के अंतर्गत इन विभागों और संस्थाओं का समन्वय रहेगा:
- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग
- बाल अधिकारिता विभाग
- महिला एवं बाल विकास विभाग
- श्रम विभाग
- सीडब्ल्यूसी, चाइल्ड लाइन, शेल्टर होम्स
- मान्यता प्राप्त एनजीओ
डिजिटल टूल्स और SOP पर फोकस
एएसपी सामरिया ने बताया कि राजकॉप सिटीजन ऐप, पोक्सो ई-बॉक्स, मिशन वात्सल्य पोर्टल जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा अधिकारियों को SOP (Standard Operating Procedure) के अनुसार कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए।
अधिकारियों को दिए निर्देश
- गुमशुदगी के प्रकरणों की त्वरित जांच
- विवरण अद्यतन करें
- आवश्यक संसाधनों का उपयोग
- प्रत्येक प्रकरण में जिम्मेदारी तय की जाए
इस दौरान 4 लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को समुचित कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए।