रतनगढ़। शिक्षा और नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में रतनगढ़ ने एक और गौरव जोड़ा है।
राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षाधिकारी कुलदीप व्यास की सुपुत्री कृति व्यास ने जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ, उदयपुर से विधि (Law) में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है।
महिला स्वास्थ्य और कानून पर शोध
कृति व्यास ने चूरू से बी.कॉम और एलएलबी की डिग्री प्राप्त करने के बाद उदयपुर से एलएलएम किया।
उन्होंने डॉ. मीता चौधरी के मार्गदर्शन में
“भारत में महिला स्वास्थ्य देखभाल के लिए कानूनी सुरक्षा उपाय : सशक्तिकरण पर स्वास्थ्य देखभाल का प्रभाव और पहुंच का एक विश्लेषणात्मक अध्ययन”
विषय पर अपना शोध कार्य पूरा किया।
कृति ने दी परिवार को सफलता का श्रेय
कृति व्यास ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, ससुराल के सदस्यों और परिवारजनों के प्रोत्साहन को दिया।
उन्होंने कहा कि परिवार के सहयोग ने उन्हें हर कदम पर प्रेरित किया।
गौरव और बधाइयों की झड़ी
कृति की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर न्यायिक और सामाजिक जगत से बधाइयों का तांता लग गया।
कॉमर्शियल कोर्ट बीकानेर के जज विनोद कुमार सोनी ने इसे प्रेरणादायक उपलब्धि बताया।
इसके अलावा पूर्व पालिकाध्यक्ष संतोष इंदौरिया,
बार संघ संरक्षक एडवोकेट देवेंद्र चोटिया,
मरू देश संस्थान अध्यक्ष डॉ. घनश्यामनाथ कच्छावा,
पुरस्कृत शिक्षक फोरम जिलाध्यक्ष सूर्यप्रकाश त्रिवेदी,
रतनगढ़ नागरिक परिषद (दिल्ली-NCR) अध्यक्ष जोधराज बैद,
यंग्स क्लब ऑफ सुजानगढ़ सचिव गिरधर शर्मा,
मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी संदीप व्यास,
गांधी बाल निकेतन सचिव राजीव उपाध्याय,
और साहित्य कला संगम अध्यक्ष वैद्य बालकृष्ण गोस्वामी ने बधाई दी।
रतनगढ़ के लिए गौरव का क्षण
कृति व्यास की यह सफलता रतनगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे चूरू जिले के लिए गर्व का विषय बनी है।
उनका शोध महिला स्वास्थ्य और कानून के क्षेत्र में नई दिशा देने वाला प्रयास माना जा रहा है।