इलाज की अव्यवस्था पर ग्रामीणों ने उठाए सवाल, डॉक्टर बोले—सामग्री नहीं मिली
सांडवा सीएचसी में इलाज की अव्यवस्था, गत्ते से बांधा गया घायल का पैर
सांडवा (चूरू)। पारेवड़ा–ईयारा मार्ग पर हुए सड़क हादसे में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC), सांडवा लाया गया।
लेकिन यहां इलाज की अव्यवस्था का नजारा देखने को मिला। आरोप है कि डॉक्टरों ने चिकित्सा सामग्री के अभाव में घायल के टूटे पैर पर कागज का गत्ता लगाकर पट्टी बांधी और उसे उच्च केंद्र रेफर कर दिया।
घायल की हालत गंभीर, सिर और पैर में आई चोटें
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवक के सिर में गहरी चोट लगी थी और पैर की हड्डी बाहर निकली हुई थी। अस्पताल में पट्टी व स्प्लिंट जैसी सामग्री उपलब्ध नहीं होने के कारण डॉक्टरों ने गत्ते से पैर को बांधकर प्राथमिक उपचार दिया।
ग्रामीणों ने इसे लेकर अस्पताल प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बार-बार शिकायत के बावजूद सीएचसी में न तो संसाधन बढ़े हैं, न ही स्टाफ की संख्या।
“सामग्री नहीं मिलती, मजबूरी में गत्ता लगाना पड़ता है” – सीएचसी प्रभारी
सीएचसी प्रभारी ने बताया कि उन्होंने कई बार उच्च अधिकारियों को मेडिकल सामग्री की मांग भेजी है।
“हमने प्राथमिक उपचार के लिए आवश्यक सामान का बार-बार प्रस्ताव भेजा, लेकिन अब तक कुछ नहीं मिला। मजबूरी में गत्ते का उपयोग कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।
ग्रामीणों की मांग – भेजी जाए जांच टीम
स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि सांडवा सीएचसी की अव्यवस्था की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें मामूली इलाज के लिए भी सुजानगढ़ या बीकानेर तक जाना पड़ता है।