Posted inChuru News (चुरू समाचार)

नगरपरिषद की जमीन फर्जीवाड़ा: दो आरोपी गिरफ्तार

Sardarshahar police arrest two accused in municipal land fraud case

सरदारशहर पुलिस ने नगरपरिषद की जमीन पर बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपी फुसे खां और बनजी खां को पुलिस टीम ने सरदारशहर और मुंबई से पकड़ा।


इस्तगासा के बाद खुला पूरा मामला

जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव (IPS) ने बताया कि
वार्ड 29 निवासी अब्दुल जब्बार खां ने ACJM कोर्ट में इस्तगासा दायर कर शिकायत की थी कि शहर के उत्तरी क्षेत्र में मेगा हाईवे, वन विभाग के सामने स्थित नगरपरिषद की खसरा संख्या 54 (वर्तमान 562/69) की भूमि को भू-माफियाओं ने अपने नाम करवाकर बेच दिया है।


1945 के पुराने बैनामे का गलत उपयोग

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी फुसे खां ने 14 अप्रैल 1945 के एक पुराने बैनामे का हवाला दिया।
उसने अपने भाई बनजी खां को फर्जी मुख्तयारनामा दिलवाकर पूरा षड्यंत्र रचा।

दोनों भाइयों ने—

  • वर्ष 2007 और 2008 में दो विक्रय पत्र करवाए
  • नगरपरिषद की भूमि को पट्टा भूमि बताकर कई लोगों को बेच दिया

बाद में जिन वारिसों के नाम पर मुख्तयारनामा बनाया गया था, उन्हें द्वारा अखबारों में इश्तहार जारी कर मुख्तयारनामा निरस्त भी किया गया।


पुरानी जमीन का सहारा लेकर रचा गया बड़ा खेल

जांच में यह भी सामने आया कि इलाही बक्स के कब्जे में लगभग 78,500 वर्गगज पट्टा भूमि (संवत 1936) थी, जिसे 1945 में ही बेच दिया गया था।
ये जमीन जमीन पर किसी तरह की निशानदेही मौजूद नहीं थी, लेकिन इसी के आधार पर आरोपियों ने नगरपरिषद की जमीन को बेचने का फर्जी खेल रचा।


पुलिस ने मुंबई तक की जांच, दोनों आरोपी गिरफ्तार

मामले की गंभीरता को देखते हुए—

  • एएसपी लोकेंद्र दादरवाल (RPS)
  • वृताधिकारी कुलदीप वालिया (RPS)

के सुपरविजन में थानाधिकारी मदनलाल बिश्नोई की टीम ने मुंबई जाकर जांच की और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार आरोपी:

  • फुसे खां (71 वर्ष) – निवासी वार्ड 43, सरदारशहर
  • बनजी खां (58 वर्ष) – निवासी वार्ड 25, सरदारशहर

जांच अब जमीन खरीदने वालों की भूमिका तक पहुँची

पुलिस ने बताया कि इस प्रकरण में जमीन खरीदने वाले व्यक्तियों की भूमिका की भी गहन जांच की जा रही है।
प्रथम दृष्टया आरोपियों के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में अपराध प्रमाणित हुआ है।