विधि शिक्षा के स्तंभ को शिष्यों, न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं ने किया स्मरण
चूरू, विधि के क्षेत्र में “गुरुजी” के नाम से विख्यात विधि कॉलेज के पूर्व प्राचार्य स्वर्गीय महावीर सिंह यादव का जन्मदिन गुरुवार को चूरू जिला मुख्यालय स्थित शर्मा कॉलोनी में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया।
विधि शिक्षा की रखी मजबूत नींव
वक्ताओं ने कहा कि चूरू में विधि शिक्षा की जो मजबूत नींव स्व. महावीर सिंह यादव ने रखी, वह आज विशाल वटवृक्ष का रूप ले चुकी है। उन्होंने अपने चमत्कारिक मार्गदर्शन और स्नेह से असंख्य विद्यार्थियों और लोगों के जीवन को दिशा दी।
शिक्षक ही नहीं, जीवन मार्गदर्शक भी
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि गुरुजी केवल एक उत्कृष्ट शिक्षक ही नहीं थे, बल्कि वे अपने शिष्यों और अनुयायियों के लिए हर क्षेत्र में मार्गदर्शक बने। उनके संपर्क में आए अनेक लोगों के जीवन की दिशा बदल गई।
चूरू क्षेत्र में विधि सेवाओं और विधि शिक्षा में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।
गुरु परंपरा को आगे बढ़ा रहे शिष्य
यह भी कहा गया कि गुरुजी के पदचिह्नों पर चलते हुए आज चूरू में चंद्रशेखर पारीक, महेंद्र सैनी और विधि सत्संग टीम युवाओं को विधि के क्षेत्र में तराशने का कार्य कर रही है, जिसके लिए सभी वक्ताओं ने आभार जताया।
वरिष्ठ अधिकारियों ने भी किया स्मरण
राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं जीएसटी डिप्टी कमिश्नर राकेश कुमार ने कहा
“चूरू जैसी सामान्य समझी जाने वाली जगह से निरंतर उच्च कोटि की प्रतिभाओं का निकलना, गुरुजी की प्रेरणा का परिणाम है।”
वहीं गंगानगर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नारायण प्रसाद ने कहा
“चूरू में विधि क्षेत्र में जो बड़ा कार्य आज दिखाई देता है, वह गुरुजी का ही चमत्कार है।”
संस्मरण, गीत और कविताओं से श्रद्धांजलि
कार्यक्रम में उपस्थित अधिवक्ताओं, मजिस्ट्रेट्स, विधि विद्यार्थियों, अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने गुरुजी से जुड़े अपने संस्मरण साझा किए। कई लोगों ने गीत और कविताओं के माध्यम से भी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
विधि सत्संग संस्था का आयोजन
कार्यक्रम का आयोजन विधि सत्संग संस्था की ओर से किया गया।
संस्था के महेंद्र सैनी ने अतिथियों का स्वागत किया और चंद्रशेखर पारीक ने आभार व्यक्त किया।
बड़ी संख्या में गणमान्य उपस्थित
इस अवसर पर एसीजेएम अजय पूनिया, एसीजेएम अमरजीत कुलहरि, आरजेएस अविनाश चांगल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिंह राठौड़, बार काउंसिल उपाध्यक्ष देवेंद्र महलाना, पूर्व बार अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह शेखावत, सहित बड़ी संख्या में न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता, विधि विद्यार्थी और नागरिक उपस्थित रहे।