चूरू, जिले में लगातार हो रही बारिश के बीच जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने अतिवृष्टि के मद्देनज़र राजकीय भवनों, पुलों और सार्वजनिक संरचनाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं।
उपखंड स्तर पर कमेटियों का गठन
कलक्टर ने आदेश में कहा कि जिले के विद्यालय, महाविद्यालय, छात्रावास, चिकित्सा भवन, आंगनबाड़ी केंद्र एवं अन्य सभी सरकारी भवनों की सुरक्षा जांच हेतु उपखंड स्तर पर अधिकारी कमेटियां गठित की जाएंगी।
जर्जर भवनों पर लगेगा “असुरक्षित भवन” बोर्ड
जिन भवनों की स्थिति जर्जर या खतरनाक पाई जाएगी, उन्हें तुरंत चिन्हित कर वहाँ “यह भवन असुरक्षित है” का बोर्ड लगाया जाएगा। साथ ही ऐसे भवनों को खाली करवा कर आवश्यक मरम्मत कार्य शुरू कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
बिजली व संरचना से जुड़े खतरों पर फोकस
कलक्टर ने स्पष्ट किया कि टूटी छत, लटके सरिये, खुले बिजली के तार व क्षतिग्रस्त स्विच बोर्ड जैसी स्थितियों को तुरंत ठीक किया जाए। खुले ट्रांसफॉर्मर व खंभों की सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
पुल-पुलियों पर चेतावनी बोर्ड अनिवार्य
पुल, रपट व जल बहाव क्षेत्रों की विशेष निगरानी करते हुए असुरक्षित स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाने व यातायात के वैकल्पिक प्रबंध के लिए स्थानीय पुलिस का सहयोग लेने के निर्देश दिए गए हैं।
जल भराव की स्थिति में निकासी व्यवस्था जरूरी
भवनों के चारों ओर जलभराव की स्थिति से नींव कमजोर होने और दीवार/छत ढहने की आशंका को देखते हुए वहां ड्रेनेज व्यवस्था जैसे कच्ची या पक्की नाली निर्माण के निर्देश दिए गए हैं।
मीडिया से मिली सूचना पर तत्काल कार्यवाही
यदि किसी समाचार पत्र, चैनल या सोशल मीडिया माध्यम से किसी भवन के असुरक्षित होने की सूचना मिलती है, तो तत्काल सुरक्षा उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।